पेइचिंग
कहते हैं कि जाको राखे साइयां, मार सके न कोय। यह कहावत एक बार फिर से चीन में चरितार्थ हो गई। चीन में भयानक बाढ़ के बीच एक महिला ने दो मीटर गहरे बाढ़ के पानी में बह रहे टायर पर बच्चे को जन्म दिया। मां और बच्चे दोनों ही ठीक हैं और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यह घटना चीन के दक्षिण पश्चिम यून्नान प्रांत की है।
कहते हैं कि जाको राखे साइयां, मार सके न कोय। यह कहावत एक बार फिर से चीन में चरितार्थ हो गई। चीन में भयानक बाढ़ के बीच एक महिला ने दो मीटर गहरे बाढ़ के पानी में बह रहे टायर पर बच्चे को जन्म दिया। मां और बच्चे दोनों ही ठीक हैं और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यह घटना चीन के दक्षिण पश्चिम यून्नान प्रांत की है।
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ की वजह से एंबुलेंस नहीं आ पा रही थी। इसलिए लोग उसे पानी से बचने के लिए टायर के ऊपर बैठा दिए। इसी दौरान उसे प्रसव पीड़ा तेज हो गई और उसने बाढ़ के पानी के ऊपर बह रहे टायर पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। बाद में उसे लोगों ने सूखे स्थान पर पहुंचाया जहां से उसे एंबुलेंस से यून्नान के हॉस्पिटल ले गए।
टायर पर जन्मे बच्चे का नाम शूइशेंग (पानी में जन्मा) रखा गया है। यून्नान के लोगों के प्रयास की जहां प्रशंसा हो रही है, वहीं कई लोग चीनी व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। देवराज ने लिखा, ‘इंसानियत से भरी भारतीय सेना हमेशा ऐसे मौकों पर सबसे पहले पहुंचती है। दुखद है कि ठीक यही बात पीएलए के बारे में नहीं कही जा सकती है। निर्दयी पीएलए को केवल सीमा पर संघर्ष के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।’