खेल मंत्री ने कहा, ‘यह हर भारतीय का सपना है और मैं इसे हकीकत में बदलना चाहता हूं। ओलिंपिक सबसे बड़ा खेल आयोजन है और जब पदक तालिका में भारत का नाम नहीं होता है तो काफी दुख होता है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है, हमने बड़ा आधार बनाया है। फिलहाल टॉप्स की योजना ओलिंपिक में पदक की संभावना वाले सीनियर ऐथलीटों के लिए है, लेकिन हम जल्द ही जूनियर खिलाड़ियों के लिए भी टॉप्स योजना शुरू करेंगे।’
उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए 10 से 12 साल की प्रतिभा की पहचान कर उन्हें अपनायेगी। उन्होंने कहा, ‘हम उनकी हर जरूरत का ख्याल रखेंगे और 2028 ओलिंपिक तक उन्हें पदक की संभावनाओं के रूप में तैयार करेंगे।’ रिजिजू ने एक बार फिर कहा कि भारत 2028 लॉस एंजिल्स ओलिंपिक की पदक तालिका के शीर्ष-10 में जगह बना सकता है।
उन्होंन कहा, ‘जब मैं खेल मंत्री बना था तो मैंने 2028 ओलिंपिक में पदक तालिका में शीर्ष 10 में जगह बनाना लक्ष्य रखा था। मैं पूरे यकीन के साथ कह रहा हूं कि इसे हासिल किया जा सकता है।’ इस वेबिनार में रिजिजू ने भारत के फिट होने पर जोर दिया और कहा कि ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बहुत बड़ा योगदान दे रहा है।
उन्होंने कहा, ‘फिट इंडिय मूवमेंट सही मायनों में लोगों का अंदोलन बन गया है। इसका अंतिम मकसद भारत को फिट बनाना है।’ उन्होंने कहा, ‘यह सही तरीके से आगे बढ़ रहा है और 29 अगस्त को एक साल पूरा हो जाएगा। हमने इन एक वर्षों में काफी कुछ हासिल किया है।’