कृषि मंत्री कमल पटेल ने पूर्व सीएम पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है। साथ ही कमलनाथ के वाणिज्य मंत्री रहते हुए को आयात शुल्क में जो छूट दी गई थी, उसकी सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है। कमल पटेल ने कहा कि चाइना के साथ कमलनाथ के संबंधों की जांच हो, क्योंकि उनकी भूमिका संदिग्ध है।
दरअसल, कमल पटेल छिंदवाडा की सिंचाई परियोजना में घोटाला के साथ ही किसानों के ऋण माफी के मामले को लेकर वह लगातार पूर्व सीएम को घेरते रहे हैं। अब चीन से चल रहे टकराव के साथ कमलनाथ एक और विवाद में घिर गए हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र भेजकर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि चीन से सीमा विवाद के चलते कांग्रेस लगातार अनर्गल बयान दे रही है।
उन्होंने कहा कि मीडिया से मिल रही जानकारियों के आधार पर चीन एवं तत्कालीन यूपीए सरकार के गहरे संबंध नकारे नहीं जा सकते हैं। सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले को दान के नाम पर रिपब्लिक आफ चाइना के दूतावास से करोडों रुपये की वित्तीय सहायता मिली है।
कमल पटेल ने कहा कि चीन के साथ जारी सीमा विवाद के दौरान पूर्व यूपीए सरकार का नरम रवैया, इसी आर्थिक सहायता के कारण तो नहीं रहा है। कमल पटेल ने पत्र में कहा है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही नहीं तत्कालीन यूपीए सरकार में वाणिज्य मंत्री रहे कमलनाथ ने चीन से आयात हेतु अनापेक्षित रियायत दी थीं। यह भी शक पैदा करता है कि कहीं यह उदारता राजीव गांधी फाउंडेशन को मिली आर्थिक सहायता के कारण तो नहीं दिखाई गई थी।
निशाने पर हैं कमलनाथ
कृषि मंत्री कमल पटेल शपथ लेने के बाद से ही पूर्व सीएम कमलनाथ पर हमलावर हैं। उन्होंने कई बार आरोप लगाए हैं कि किसान कर्ज माफी के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ है। इस मामले की जांच करवा कर कमलनाथ को जेल भिजवाऊंगा।
कमलनाथ ने भिजवाया है नोटिस
वहीं, कमल पटेल से पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कमलनाथ को चाइना का एजेंट कहा था। अब कमलनाथ ने इसके लिए प्रभात झा और वीडी शर्मा को लीगल नोटिस भिजवाया है।