अनलॉक-2 होगा या लॉकडाउन? मोदी ने बताया

नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी () ने देश में लॉकडाउन (PM Modi on Lockdown) लगने की बातों को अफवाह करार दिया है। उन्होंने बुधवार को मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा कि अब अनलॉक 2.0 (Unlock 2.0) के बारे में सोचने की जरूरत है। अब अनलॉक 2.0 की तैयारियों में जुटने का समय है। हमें आर्थिक गतिविधियों को खोलने के साथ नुकसान को कम से कम करने के बारे में सोचना है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने की सामूहिक प्रतिबद्धता हमें जीत की ओर ले जाएगी।

‘लॉकडाउन लगने की अफवाहों से लड़ने की जरूरत’
पीएम मोदी ने बुधवार को दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात सहित 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में उन्होंने कहा कि अनलॉक 1.0 के बाद यह हमारी पहली मुलाकात है। अब ‘अनलॉक-2’ के बारे में और कोरोना संक्रमण को भी कम से कम रखने के तरीकों के बारे में सोचना होगा। ये वास्तविकता है कि कोरोना का फैलाव कुछ बड़े राज्यों और शहरों में बढ़ा है। फिर भी देशवासियों के संयम, अनेक जगहों पर प्रशासन की तत्परता और हमारे कोरोना योद्धाओं के समर्पण की वजह से हमने हालात को नियंत्रण से बाहर नहीं जाने दिया है।

पीएम मोदी ने कहा- देश अब ‘खुलने के चरण’ में
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोबारा लॉकडाउन लगने की अफवाहों से ‘लड़ने’ की जरूरत है। देश अब ‘खुलने के चरण’ में है। मोदी ने कहा, ‘हमें अब अनलॉक के दूसरे चरण के बारे में सोचना होगा और यह भी विचार करना होगा कि हमारे लोगों को नुकसान की कम से कम आशंका रहे।’ उन्होंने कहा कि पाबंदियों में ढील, आर्थिक प्रदर्शन के संकेतक पटरी पर लौटने का संकेत दे रहे हैं। मुद्रास्फीति नियंत्रित है और राज्यों को बुनियादी ढांचे जैसे निर्माण संबंधी गतिविधियों को मजबूत करने के लिए कदम उठाने चाहिए।

‘जीवन की रक्षा पहली प्राथमिकता’
पीएम मोदी ने कहा कि बड़ी भीड़, सामाजिक दूरी के नियम का पालन नहीं करना, बड़ी संख्या में लोगों की रोजाना आवाजाही और कुछ शहरों में छोटे मकानों ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को ‘अधिक चुनौतीपूर्ण’ बना दिया है। जीवन की रक्षा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे के विस्तार की भी जरूरत बताई। संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने का जिक्र करते हुए मोदी ने महामारी से निपटने के लिए कोविड-19 की जांच करने, रोगियों का पता लगाने और उन्हें अलग रखने की जरूरत रेखांकित की।

पीएम मोदी ने इस बीमारी से जुड़े ‘कलंक’ से भी लड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि लोगों को विश्वास दिलाया जाना चाहिए कि अगर कोई संक्रमित हो गया है तो घबराहट की जरूरत नहीं है क्योंकि बड़ी संख्या में लोग सही हो रहे हैं। उन्होंने लोगों को वायरस से मुकाबले के लिए साफ-सफाई, मास्क पहनने और एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखने के फायदे याद दिलाते रहने की जरूरत बताई। प्रधानमंत्री ने राज्यों से एक दूसरे के साथ उनके सर्वश्रेष्ठ कामकाज को साझा करने को भी कहा है।

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