कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ-साथ प्रवक्ताओं तक, पूरी पार्टी पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत को लेकर केंद्र सरकार पर तीखे हमले कर रही है। राहुल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान में ‘चीन का उल्लेख नहीं होने’ को लेकर निशाना साधा और कहा कि ‘गुमराह करने’ के बजाय उन्हें सामने आकर जवाब देना चाहिए। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह सवाल भी किया कि जवानों की शहादत पर दुख प्रकट करने में राजनाथ सिंह को दो दिन का समय क्यों लगा? उधर, सोनिया गांधी ने भी एक वीडियो मेसेज जारी कर केंद्र सरकार से पूछा कि आखिर चीन ने हमारी जमीन हड़प कैसे ली?
सरकार से लेकर मीडिया तक, राहुल ने सबको बनाया निशाना
राहुल ने रक्षा मंत्री के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, ‘अगर यह (शहादत) बहुत पीड़ादायक था तो फिर आपने अपने ट्वीट में चीन का नाम क्यों नहीं लिया? दुख जताने में दो दिन का समय क्यों लगा? जब हमारे जवान शहीद हो रहे थे तो आपने रैलियां क्यों संबोधित कीं? आप क्यों छिप गए और ‘क्रोनी मीडिया’ द्वारा सेना को जिम्मेदार ठहराने दिया?’
कांग्रेस प्रवक्ता के निशाने पर भी राजनाथ
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राजनाथ सिंह के ट्वीट पर कहा, ‘काश, जन संवाद रैलियों और विपक्षी सरकारें गिराने से समय निकाल मोदी जी व आप ने देश की सुरक्षा की सुध ली होती तो चीन कभी यह दुस्साहस नही कर सकता था। अब तो ट्विटर से बाहर आ चुप्पी तोड़िए। और प्रधानमंत्री जी कब कुछ कहेंगे?’
सुरजेवाला ने राजनाथ पर लगाया, गुमराह करने का आरोप
सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘राजनाथ सिंहजी, चीन का नाम तक लिखने से भी क्या डर है? हमारे कितने सैनिक शहीद हुए हैं? आप ये क्यों नही बता रहे? क्या चीन ने हमारे सैनिक अगवा किए हैं?’ उन्होंने कहा, ‘गुमराह मत करें, सामने आकर जवाब दें।’
शहीद के परिवारों के प्रति जताई संवेदना
रक्षा मंत्री ने चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए बुधवार को कहा कि गलवान घाटी में सैनिकों को गंवाना बहुत परेशान करने वाला और दु:खद है। सिंह ने कहा कि भारतीय जवानों ने कर्तव्य का पालन करते हुए अदम्य साहस एवं वीरता का प्रदर्शन किया और अपनी जान न्यौछावर कर दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘देश अपने सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। शहीद सैनिकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। देश इस मुश्किल समय में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारत के वीरों की बहादुरी और साहस पर गर्व है।’
सोनिया ने किए कई गंभीर सवाल
ध्यान रहे कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी केंद्र सरकार पर चीन के हाथों भारत की जमीन खोने का आरोप लगाया और कई गंभीर सवाल किए। सोनिया ने पूछा कि क्या अब भी हमारे सैनिक या अधिकारी लापता हैं और गंभीर रूप से घायल सैनिकों/अधिकारियों की संख्या कितनी है?
गलवान घाटी में झड़प के बाद विदेश मंत्रियों की बात
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए। इस घटना के बाद भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की चीनी विदेश मंत्री वांग यी से फोन पर बात हुई। जयशंक ने बातचीत के दौरान कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए स्पष्ट कर दिया कि भारत इसे स्थानीय स्तर पर अचानक पैदा हुई परिस्थिति नहीं मानता है, बल्कि इसके पीछे चीन की सोची-समझी साजिश साफ झलक रही है।
(भाषा से इनपुट के साथ)