यह दिग्गज कोरियॉग्रफर डायबिटीज और इससे संबंधित बीमारियों से जूझ रही थीं। हॉस्पिटल में भर्ती के बाद उनके कोरोना संक्रमण की जांच भी की गई थी, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। केवल परिवार के नजदीकी लोगों की मौजूदगी में सरोज खान को मुंबई के मलाड मुस्लिम कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक़ कर दिया गया है।
वह लंबे समय से अपने काम से ब्रेक पर थीं लेकिन बीते साल (2019) उन्होंने वापसी की और मल्टीस्टारर फिल्म ‘कलंक’ और कंगना रनौत की फिल्म ‘मणिकर्णिकाः द क्वीन ऑफ झांसी’ में एक-एक गाने को कोरियॉग्राफ किया था।
बता दें इस दिग्गज कोरियॉग्राफर ने मात्र तीन साल की उम्र से बतौर बैकग्राउंड डांसर अपना करियर शुरू किया था। उन्हें 1974 में पहली बार गीता मेरा नाम से बतौर कोरियॉग्राफर फिल्म इंडस्ट्री में ब्रेक मिला था। अपने करियर में 2000 से ज्यादा गानों को कोरियॉग्राफी करने वालीं इस दिग्गज को तीन बार नैशनल अवॉर्ड मिला। बता दें कि सरोज खान ने कुछ फिल्मों में बतौर राइटर भी काम किया है।