कैबिनेट विस्तार पर CM शिवराज ने 'पिया विष', उनके खासमखास ने सिंधिया का नाम लेकर यूं बयां किया दर्द

भोपाल
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कैबिनेट विस्तार कर लिया है। 28 मंत्रियों ने पद एंव गोपनीयता की शपथ ली। मंत्रियों की लिस्ट में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को जगह मिली है। वहीं शिवराज सिंह चौहान के समर्थक इस लिस्ट में जगह बनाने में नाकाम रहे हैं। मंत्रियों की सूची में 11 मंत्री ज्योतरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। वहीं सीएम शिवराज के करीबी माने जाने वाले केवल 4 लोगों को जगह मिल पाई है। कैबिनट में अपने समर्थकों को जगह नहीं दिला पाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विष पीने की बात कही थी वहीं उनके समर्थकों का दर्द भी बाहर आना शुरू हो चुका है।

सीएम शिवराज के खास माने जाने वाले ने कहा कि मैं जब पहली बार मंत्री बना तो केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, पीएचई मंत्री होने के नाते भोपाल में नलका जल लाया था। एक साल बाद ही तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के आदेश पर मंत्री पद छोड़कर लोकसभा का चुनाव लड़ा। फिर तब की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज विदिषा से चुनाव लड़ने आईं, मैंने तुरंत वो सीट छोड़ दी। फिर मैं उदयपुरा से चार बार विधायक रहा, फिर पार्टी के कहने पर मैं सिलवानी से लड़ा। फिर पार्टी ने कहा कि आप होशंगाबाद लोकसभा से लड़िये, मैं वहां चला गया। अभी भी जो पार्टी आज्ञा देंगे हम उसका पालन करेंगे।

उन्होंने कहा कि सिंधिया के आने से हमारी सरकार बनी है। इसलिए हमारी ड्यूटी है कि हम उन्हें सम्मानित करें, उनके लोगों को जीत दिलाएं। हम लोग अनुशासित कार्यकर्ता हैं, पार्टी की बात पर किंतु-परंतु नहीं करते।

वहीं एक और शिवराज समर्थक और पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस से बीजेपी में आए नेताओं की विधायकी गई है। इसी वजह से हमारी सरकार बनी है। ऐसे में उनको मंत्री बनाना जरूरी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया अब बीजेपी में हैं, इसलिए पार्टी का निर्णय हमें स्वीकार करना होगा। नेता से पार्टी बड़ी होती है।

सीएम शिवराज ने कहा विष शिव ने पिया था
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सीएम शिवराज ने खुद की तुलना शिव से की और मंत्रिमंडल विस्तार में आई दिक्कतों की तुलना खुद के विष पीने से कर गए। पत्रकार ने पूछा कि अमृत किसको मिलेगा विष किसको मिलेगा। इसपर सीएम शिवराज ने कहा कि मंथन से अमृत की निकलता है, विष तो शिव पी जाते हैं। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गुरुवार को मंत्रिमंडल शपथ ले लेगा। अगर पिछले 100 दिनों की मध्य प्रदेश राजनीति को समझना है तो सीएम शिवराज के इस बयान से सारी बातें स्पष्ट हो जा रही हैं। हालांकि शपथ ग्रहण समारोह के बाद शिवराज ने कहा कि मंत्री बनने वाले सारे लोग बीजेपी के कार्यकर्ता हैं।

कैबिनेट में सिंधिया के 11 समर्थक, 4 शिवराज सपोर्टर
मंत्रियों की लिस्ट में सिंधिया के समर्थक 11 लोगों को कैबिनेट में जगह दी गई है। इसमें से इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युमन सिंह तोमर, राज्यवर्धन सिंह, बृजेंद्र सिंह यादव, ओपीएस भदौरिया, गिर्राज दंडोतिया, सुरेश धाकड़ शामिल हैं। वहीं तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत पहले से कैबिनेट में शामिल हैं। मंत्रियों की सूची में भूपेंद्र सिंह, जगदीष देवड़ा, विश्वास सारंग और विजय शाह केवल ऐसे चेहरे हैं जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खेमे से हैं।

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