नई दिल्ली के पूर्व सचिव ने कहा है कि का आईसीसी के चेयरमैन पद से इस्तीफा देना जाहिर सी बात थी और अब उन्हें पलट कर देखना चाहिए कि उन्होंने अपने कार्यकाल में क्या किया।
शाह ने कहा कि शशांक मनोहर का आईसीसी के चेयरमैन पद से इस्तीफा देना जाहिर सी बात है। शशांक को इस बात को लेकर मिलेजुले भाव आ रहे होंगे कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए वे क्या कर सकते थे और उनके कार्यकाल में भारत में क्रिकेट के साथ क्या किया गया।
उन्होंने कहा, ‘अब वह आराम के दौर में होंगे और इस दौरान उन्हें बतौर आईसीसी चेयरमैन अपने कार्यकाल की समीक्षा करनी चाहिए। उन्हें देखना चाहिए कि उनके कार्यकाल के दौरान बीसीसीआई और भारतीय क्रिकेट का कितना नुकसान हुआ है।’
शाह ने आगे कहा, ‘बीते कुछ वर्षों में बीसीसीआई ने काफी कुछ झेला है। आईसीसी ने इस दौरान भारत में क्रिकेट और बीसीसीआई को हुए नुकसान का फायदा उठाया है। मुझे हालांकि पूरा भरोसा है कि बीसीसीआई की मौजूदा नेतृत्व ईकाई काफी मजबूत है।’