अमेरिका की स्पेस एजेंसी (नैशनल ऐरोनॉटिकल ऐंड स्पेस ऐडमिनिस्ट्रेशन) के मंगल मिशन को कुछ वक्त के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। जुलाई के आखिरी हफ्ते में होने वाला Mars Perseverance Rover लॉन्च अब अगस्त में होगा। मंगल ग्रह पर यान भेजने का मौका 26 महीने में एक बार आता है। यह NASA का अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी अभियान है। इस रोवर में लगे पहले हेलिकॉप्टर इंजनुइटी (Mars Helicopter Ingenuity) को नाम भारतीय मूल की छात्रा ने दिया है।
इंस्पेक्शन के लिए अभी और वक्त
NASA और यूनाइटेड लॉन्च अलायंस ने लॉन्च की पहली कोशिश की तारीख 30 जुलाई 2020 से पहले नहीं करने का फैसला किया है। स्पेसक्राफ्ट मेट ऑपरेशन्स की तैयारी में देरी की वजह से लॉन्च वीइकल प्रॉसेसिंग में भी देरी हो गई है। वेट ड्रेस रिहर्सल में एक लिक्विड ऑक्सिजन सेंसर लाइन के डेटा को लेकर यह फैसला किया गया कि टीम को अभी इन्स्पेक्ट करने के लिए कुछ वक्त और चाहिए।
…तो अगले साल तक करना होगा इंतजार
फ्लाइट अनैलेसिस टीम्स ने लॉन्च के मौके 15 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिए हैं और देखा जा रहा है कि उसके आगे भी क्या लॉन्च पीरियड एक्सटेंड हो सकता है। फिलहाल माना जा रहा है कि अगर अगस्त के दूसरे हफ्ते तक लॉन्च नहीं हो पाया तो इसके लिए अगले साल 2022 तक इंतजार करना होगा जब पृथ्वी और मंगल ग्रह एक पंक्ति में होंगे। ऐसा होने पर NASA को कुल 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर का नुकसान होगा। इसलिए, नासा 15 अगस्त से पहले यान का प्रक्षेपण करने का प्रयास करेगा।
मंगल पर जीवन के निशान तलाशेगा रोवर
पहले तय लॉन्च की तारीख के मुताबिक NASA का रोवर 18 फरवरी, 2021 को मंगल पर पहुंचता और जिजेरी क्रेटर (Jezero Crater) पर लैंड करता। NASA के Mars Exploration Program के तहत विकसित किया गया रोवर का ऐस्ट्रोबायॉलजी मिशन पहले मौजूद रही माइक्रोबियल लाइफ के निशान खोजेगा। इसमें 7 अलग-अलग साइंटिफिक इंस्ट्रुमेंट्स होंगे और यह केप कनेवरल एयर फोर्स स्टेशन से लिफ्ट ऑफ होगा।