दिल्ली समेत कई हिस्सों में उमस से परेशान लोग

नई दिल्लीदेश के कई राज्यों में जून महीने में अच्छी बारिश हुई और जुलाई में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है लेकिन कई इलाकों में लोग उमस से परेशान हैं।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि जून महीने में अत्यधिक बारिश हुई और जुलाई में भी अच्छी बरसात का अनुमान है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून में दीर्घकालिक आवधिक औसत (एलपीए) की 118 प्रतिशत वर्षा हुई जिसे अत्यधिक बारिश माना जाता है।

मौसम विभाग ने कहा कि पिछले 12 साल में, इस साल जून सबसे अधिक भीगा रहा। मॉनसून के सीजन में 1961-2010 के बीच देश में एलपीए बारिश 88 सेंटीमीटर रही। 90-96 फीसदी के बीच बारिश ‘सामान्य से कम’ मानी जाती है और 96-104 फीसदी बारिश ‘सामान्य’ मानी जाती है। एलपीए की 104 -110 फीसदी वर्षा ‘सामान्य से अधिक’ और 110 फीसदी से अधिक वर्षा ‘अत्यधिक’ मानी जाती है।

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मध्य भारत में जून में हुई वर्षा एलपीए की 131 फीसदी रही। इस क्षेत्र में गोवा, कोंकण, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ आते हैं। पूर्वी और पूर्वोत्तर उप संभाग में हुई वर्षा एलपीए की 116 फीसदी रही। असम में बाढ़ आई और बिहार में भी अत्यधिक बरसात हुई। हालांकि मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इन इलाकों में अगले 5-10 दिन में बरसात में कमी आएगी।

उत्तर-पश्चिम उप संभाग में वर्षा एलपीए की 104 फीसदी रही और दक्षिण में यह एलपीए की 108 फीसदी रही। मौसम विभाग ने जुलाई माह में एलपीए की 103 फीसदी वर्षा का अनुमान जताया है। महापात्र ने कहा, ‘जुलाई में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।’ उन्होंने बताया कि गुजरात के तट के निकट तथा पूर्वी-मध्य भारत के ऊपर दो चक्रवात बन रहे हैं। इससे मध्य तथा दक्षिण भारत में अगले पांच से दस दिन में अच्छी बारिश होगी।

दिल्ली वाले उमस से परेशानदिल्ली वाले बारिश नहीं होने से बुधवार को उमस और गर्मी से परेशान रहे। हालांकि, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में इस सप्ताह के अंत में बारिश हो सकती है। सफदरजंग में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है।

दिल्ली के अधिकतर इलाकों में अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री के बीच रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में आर्द्रता 57 से 84 प्रतिशत के बीच बनी रही। आईएमडी ने दिल्ली में मॉनसून के सामान्य रहने का पूर्वानुमान जताया है लेकिन 25 जून को राष्ट्रीय राजधानी में मॉनसून के दस्तक देने के बावजूद पर्याप्त बारिश नहीं हुई है।

असम में बारिश और भूस्खलन से 33 की मौतअसम के अलग-अलग हिस्सों में बारिश और भूस्खलन से सात लोगों की मौत हो गई। इन्हें मिलाकार राज्य में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के मुताबिक, असम के 33 में से 21 जिलों के करीब 15 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य के बारपेटा जिले में तीन लोगों की मौत बारिश और भूस्खलन की वजह से हुई। वहीं धुबरी, नौगांव, नलबाड़ी और कछार जिले में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।

यूपी में फिर जोर पकड़ेगा मॉनसूनपिछले करीब एक हफ्ते से उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में खासा सक्रिय मॉनसून अब कुछ हल्का पड़ गया है। मगर एक—दो दिन बाद इसके फिर से जोर पकड़ने की संभावना है। आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। वहीं, राज्य के पश्चिमी भागों में मौसम आमतौर पर सूखा रहा। इस अवधि में बर्डघाट (गोरखपुर) में नौ सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।

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इसके अलावा मिर्जापुर में छह, करछना और जौनपुर में पांच—पांच, अकबरपुर और ज्ञानपुर में तीन—तीन, गोरखपुर और हर्रैया में दो—दो सेंमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी। अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश होने अथवा गरज—चमक के साथ छींटे पड़ने की सम्भावना है। कुछ स्थानों पर तेज हवा भी चल सकती है।

अगली तीन जुलाई को मॉनसून फिर से जोर पकड़ेगा और प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में ज्यादातर स्थानों और पश्चिमी भागों में कुछ जगहों पर वर्षा हो सकती है। चार जुलाई को राज्य के अधिकतर स्थानों पर बारिश होने की प्रबल सम्भावना है।

हरियाणा और पंजाब में उमस भरा रहा दिनहरियाणा और पंजाब में बुधवार को बहुत गर्म और उमस भरा दिन रहा और अधिकतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चंडीगढ़ का अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के हिसार में अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री, अंबाला में 37.7 डिग्री और करनाल में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के अमृतसर में अधिकतम तापमान 39 डिग्री, लुधियाना में 38.1 डिग्री और पटियाला में 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

राजस्थान के कई इलाके लू की चपेट मेंमॉनसून के दस्तक देने के बावजूद राजस्थान के अनेक इलाके लू यानी गर्म हवाओं की चपेट में हैं। वहीं बीकानेर में बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार विशेषकर पूर्वी राजस्थान में अनेक जिलों में तेज गर्मी पड़ रही है और यह क्रम गुरुवार को भी जारी रहने का अनुमान है।

बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान में बीकानेर में 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं जैसलमेर में यह 44.1 डिग्री, बाड़मेर में 43.4 डिग्री, चुरू में 43.0 डिग्री, गंगानगर में 42.9 डिग्री, जोधपुर में 40.3 डिग्री व जयपुर में 41 डिग्री सेल्सियस रहा। इस बीच बीते चौबीस घंटे में राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश भीलवाड़ा के बिजोलिया में 63 मिमी दर्ज की गई।

इसके अलावा झालावाड़,कोटा, करौली, बारां, चित्तौड़गढ़, अलवर व जोधपुर जिलों कई जगह बारिश हुई। मौसम विभाग का कहना है कि बृहस्पतिवार को पूर्वी राजस्थान में अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, धौलपुर व जयपुर में कहीं कहीं बारिश होने व बादल छाए रहने की उम्मीद है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में बीकानेर, चुरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर व जोधपुर में गर्म हवाएं यानी लू चल सकती हैं।

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