भोपाल, 30 जून (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि बहुत जल्द ही वह अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे, लेकिन कल (बुधवार को) यह नहीं होने जा रहा है। जब चौहान से सवाल किया गया कि बुधवार को मध्य प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भोपाल आ रहीं हैं, क्या कल ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा, तो इस पर उन्होंने यहां मीडिया को कहा, ”कल (बुधवार को) नहीं होगा। कल के बाद होगा। बहुत जल्दी।” हालांकि, उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार की तिथि नहीं बताई। मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट के बीच मुख्यमंत्री चौहान ने सोमवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों से उन्हें अवगत भी कराया था। भाजपा सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल में 20 से 25 लोगों को शामिल किया जा सकता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मार्च माह में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए नौ पूर्व विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। चौहान इस सिलसिले में मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा एवं प्रदेश के संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा के लिए रविवार को दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, संगठन महामंत्री बीएल संतोष और ज्योतिरादित्स सिंधिया सहित पार्टी के अन्य नेताओं से मुलाकात की थी। वह दो दिन दिल्ली के दौरे पर रहने के बाद आज भोपाल लौटे हैं। चौहान ने 23 मार्च को अकेले मुख्यमंत्री की शपथ ली थी और कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच मुख्यमंत्री चौहान करीब एक माह तक अकेले ही सरकार चलाते रहे। बाद में 21 अप्रैल को पांच सदस्यीय मंत्रिपरिषद का गठन कर सके थे, जिनमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट एवं गोविन्द सिंह राजपूत शामिल हैं। मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों के राज्य विधानसभा से त्यागपत्र देने से कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार गिर गयी थी और चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी। वे रिकॉर्ड चौथी बार प्रदेश के मुखिया बने हैं। कांग्रेस के अधिकांश बागी विधायक, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, सिंधिया के समर्थक माने जाते हैं।