चीन के साथ बढ़ते तनाव () के बाद भारत जमीनी ठिकानों पर मार करने की अपनी क्षमता को और मजबूत करना चाहता है। ऐसे में भारत और स्पाइस बम खरीदने की योजना बना रहा है। जो बम भारत खरीदने की तैयारी कर रहा है वह स्पाइस-2000 () का अडवांस वर्जन होगा, जो कि क्षण भर में दुश्मनों की इमारतों और बंकरों को धूल मिला देगा।
बता दें कि स्पाइस-2000 वही बम है जिसका इस्तेमाल भारतीय वायु सेना ने पिछले साल पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट शहर में स्थित आतंकी कैंप पर मिराज-2000 से किए गए हमले में किया था। सरकारी सूत्रों ने एएनआई को बताया कि भारतीय वायु सेना के पास पहले से ही हैं। अब यह स्पाइस-2000 बमों जैसे आपातकालीन खरीद शक्तियों के तहत अधिक स्टैंड-ऑफ हथियार हासिल करने की योजना है।
स्पाइस-2000 की है ये खास बात
सूत्रों ने बताया कि स्पाइस-2000 बम 70 किलोमीटर तक लक्ष्य को मार सकता है। वायु सेना के पास बंकर और इमारत नष्ट करने वाला स्पाइस-2000 वर्जन होगा, जिसमें मार्क 84 वॉरहेड होंगे, जो कि लक्ष्य किए गए इमारतों को नष्ट कर देगा।
सेना के तीनों अंगों को आपात वित्तीय शक्तियां
चीन के साथ सीमा पर तनाव बढ़ने के मद्देनजर सरकार ने हथियार और गोला बारूद खरीदने के लिये सेना के तीनों अंगों को 500 करोड़ रुपये तक की प्रति खरीद परियोजना की आपात वित्तीय शक्तियां दी थीं। बता दें कि 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गये थे। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। फिर से टकराव होने की आशंका के बीच रक्षा मंत्री ने थल सेना, वायुसेना और नौसेना को पहले ही यह निर्देश दिया है कि वे एलएसी पर अपनी अभियान तैयारियों को बढ़ाएं।