CG Assembly Election 2023: ज्योतिषियों की भविष्यवाणी और एक्जिट पोल पर भरोसा करने वालों के लिए यह खबर जरूरी है!


भिलाई/रायपुर(सीजी आजतक न्यूज)। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद किसकी सरकार बनेगी और कौन कौन प्रत्याशी जीतेंगे यह चर्चा जोरों पर है। चुनाव परिणाम और सरकार को लेकर लोगों के अपने अपने आंकलन है। इस बीच बड़े मीडिया समूह और टीवी चैनलों पर चुनाव परिणाम और किसकी सरकार बनेगी इसे लेकर अपने अपने दावे 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए पांच राज्यों के अंतिम मतगणना के बाद सामने आएगा।

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य समेत पूरे देश में लगभग 10 लाख लोग ग्रह नक्षत्र, पंचांग और ज्योतिष के जानकार है। इनमें कुछ चुनिंदा लोग जो सरकार और सत्ता का कृपा पात्र बनना चाहते हैं वहीं चुनाव में हार जीत और सरकार को लेकर भविष्यवाणी कर रहे हैं। वास्तव में जो ज्योतिष विद्या के जानकार है वो ऐसे फालतू चीजों में अपना दिमाग और विद्या को जाया नहीं करते हैं।

विधानसभा चुनाव को लेकर भविष्यवाणी करने वाले अब तक के अधिकतर ज्योतिषी कांग्रेस और बीजेपी विचारधारा के समर्थक हैं। जो अपने पूर्वाग्रह के ऊपर नहीं उठ पाते हैं। विधानसभा चुनाव परिणाम और सरकार को लेकर अभी तक जो भी भविष्यवाणी हुई है वो कांग्रेस और बीजेपी के विचारधारा के प्रभावित समर्थक ज्योतिष है। निष्पक्ष भविष्यवाणी किसी ने नहीं की है। लोग सवाल उठाते हैं कि भविष्यवक्ता चरण चाटुकारित और निजी स्वार्थ के लिए ठाकुर सुहाहिती भविष्यवाणी क्यो करते हैं? देश के ज्वलंत समस्याओं (महामारी, भूखमरी, बेरोजगारी, गरीबी) के समाधान के लिए किसी ने अपने मन से आज तक कोई क्यों भविष्यवाणी नहीं की है। यदि ऐसा होता तो पूरे विश्व में फैले कोरोना जैसे जानलेवा महामारी को लेकर किसी ने भी सटीक भविष्यवाणी (प्रीडिक्शन) नहीं की, जबकि बाबूलाल देव पंचांग सहित विभिन्न पंचांगों ने पहले ही सचेत और संकेत कर दिया था। देश क्या दुनिया के अनेकों नामी गिरामी भविष्यवक्ता ने कोरोना के बारे में कोई हिंट भी नहीं दे पाए।

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एक्जिट पोल
जो लोग चुनाव के पहले मीडिया हाउस द्वारा किए गए सर्वे और एक्जिट पोल पर विश्वास करते हैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मुझे पत्रकारिता के क्षेत्र में लगभग तीन दशक हो गए हैं। मैं अपने अनुभव से बता सकता हूं कि अब तक के कोई भी एक्जिट पोल सोलह आने सच नहीं हुआ है। संख्या के आस-पास भी पहुंच नहीं पाए हैं। सिर्फ अनुमान और संभावित सीटों को लेकर निष्कर्ष निकाले गए हैं। सबसे पहले पीवी नरसिम्हा राव सरकार की वापसी के लिए काले पेंट और कोट के साथ उनकी फोटो के साथ स्लोगन चलता था कि ‘सूरज की ओर चार कदम’। इस विज्ञापन में उनका चेहरा नहीं बल्कि पीछे हिस्से को दिखाया जाता था। उस दौर में सरकार में वापसी की बात तो दूर नरसिम्हा राव की कांग्रेस सरकार चली गई।

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उसके बाद अटल आडवाणी के जमाने में “शाइनिंग इंडिया और फील गुड चला”। इसी के साथ अटल बिहारी वाजपेयी की भी सरकार में वापसी नहीं हुई और यूपीए गठबंधन में मनमोहन सिंह की सरकार आ गई। ये तो देश के एक्जिट पोल की बात हुई। अब आते हैं छत्तीसगढ़ राज्य में, छत्तीसगढ़ के पहले चुनाव में नौकरशाह से राजनेता बने अजीत जोगी के कार्यकाल में किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था उनकी वापसी नहीं होगी किंतु जनता ने ऐसा सबक सिखाया कि बीजेपी की सरकार आ गई और पूरे 15 साल तक चली। इसीलिए ज्योतिष और एक्जिट पोल पर अंधभक्त की तरह विश्वास नहीं किया जा सकता है।

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अब छत्तीसगढ़ के इस बार के चुनाव को लेकर न तो सत्ताधारी कांग्रेस और न हीं विपक्षी पार्टी बीजेपी आश्वस्त है कि कितने सीटें आ रही और किसी सरकार बनेगी। दोनों दल फिफ्टी फिफ्टी (50-50 सीट) का आंकलन और अनुमान लगा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के पांचवें विधानसभा चुनाव और सरकार का फैसला जनता ने सुना दिया है। परिणाम आने में ज्यादा दिन नहीं है। 3 दिसंबर 2023 को सबकुछ क्लीयर हो जाएगा। इसीलिए किसी को अति उत्साहित और निराश होने की जरूरत नहीं है। चुनाव परिणाम को स्वीकार पांच साल तक के लिए निश्चिंत हो जाइए।

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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव

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