भिलाई/जगदलपुर (सीजी आजतक न्यूज)। देशभर में मजीठिया वेडबोर्ड को लेकर कोर्ट की कार्रवाई का सामना कर रहा राजस्थान पत्रिका प्रायवेट लिमिटेड के छत्तीसगढ़ में एक और कारनामा सामने आया है। अपने आपको कथित ईमानदार और सबसे अलग बताने का स्वयंभू तमगा लगाने वाला अखबार पत्रिका ने दो साल पुरानी दूसरी की खबर को अपने समाचार पत्र में प्रकाशित किया है, वो भी बाइलाइन।
जी हां दो साल पुरानी खबर को जगदलपुर संस्करण में स्थानीय संपादक मनीष गुप्ता ने अपने नाम से प्रकाशित किया है। जबकि वह खबर दो साल पहले छप चुकी है। जिस खबर को स्थानीय संपादक ने अपने नाम की बाइलाइन स्टोरी बनाई है वह खबर मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण अनुसंधान में 18 नवंबर 2021 को छप चुकी है। संपादक ने उस स्टोरी को चोरी कर अपने नाम से प्रकाशित कर दिया है। जबकि वह स्टोरी किसी शोधकर्ता (रिसर्च) ने मेहनत कर छापी थी। संपादक ने उस स्टोरी में फेरबदल करना भी उचित नहीं समझा। परीक्षा में नकल करने की तरह ज्यों कि त्यों उतार दिया। इससे छत्तीसगढ़ में पत्रिका अखबार के स्तर का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। जब संपादक का यह हाल है तो रिपोर्टरों की स्थिति (कॉपी और कट पेस्ट) की कई जिलों और संस्करणों में है।
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