भिलाई. (cgajjtak) दुर्ग शहर का विकास अब महानगरों की तर्ज पर होगा। सड़कें ना सिर्फ चौड़ी होंगी बल्कि शहर बिजली से रौशन होंगी। साथ में पैदल चलने वालों के लिए अलग से पाथवे बनेंगे। इसके लिए महापौर धीरज बाकलीवाल (Mayor Dhiraj Bakaliwal) ने अपने 5 साल के कार्यकाल का रोडमैप तैयार कर लिया है। इन कामों के लिए सरकार के मुखिया भूपेश बघेल (CM Bhupesh baghel) और शहर विधायक अरुण वोरा (MLA Arun vora) का भरपूर सहयोग व मार्गदर्शन मिल रहा है। इसके साथ ही शहर में मल्टी लेवल पार्किंग, ठगड़ा बांध का सौंदर्यीकरण, इंग्लिश मीडियम के दो स्कूल खोले जाएंगे। स्कूल का संचालन शहर में बंद बड़े पुराने सरकारी स्कूल भवन में किए जाएंगे। इस कड़ी में महापौर अपने पांच माह के कार्यकाल में शहर के जानलेवा शंकर नाला का बिना टेंडर बारिश के पूर्व निगम के मद से सफाई करवा चुके हैं, जिसका प्रतिसाद बारिश के शुरुआती दिनों में ही देखने को मिला है। इस बार अनुमान से ज्यादा बारिश होने के बाद भी शंकरनाला ओवरफ्लो नहीं हुआ, इसलिए कोई दुर्घटनाएं हुई नहीं।
पुष्प वाटिका में न फूल खिलते हैं न हरियाली
नगर पालिक निगम दो दशक के पूर्ववर्ती कार्यकाल में विकास के मामले में पूरी तरह असफल रहा है। बिना प्लानिंग के करोड़ों की लागत से बनाए नलघर और गंजपारा शॉपिंग कॉम्पलेक्स की (Nigam Shopping Complex) दुकानें आज तक आवंटन नहीं हो पाई। निगम के गौरव पथ की रौनक गायब हो गई है। नगर चौपाटी चौपट हो गई है। शहर के चौक चौराहों में स्थापित कमल जल कलश में एक बूंद पानी नहीं टपकता। शिवनाथ नदी के किनारे बनाई गई पुष्प वाटिका में न फूल खिलते हैं न पेड़-पौधों की हरियाली है। पुष्पवाटिका में खुशबूदार फूल के पौधे है न फलदार वृक्ष।
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल की सभी योजनाएं असफल
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल की गोकुलधाम योजना भी असफल साबित हुई है। अब तक शहर के भीतर संचालित डेयरियों (खटालों) को गोकुल नगर में शिफ्ट नहीं कराया जा सका है। इस योजना को सफल बनाने के लिए निगम प्रशासन ने छत्तीसगढ़ सरकार से बोरसी और उरला वार्ड में जमीन मांगी है। शासन से जमीन मिलने पर सर्व सुविधायुक्त नया गोकुलधाम बनाया जाएगा।
20 करोड़ में होगा सड़कों का चौड़ीकरण
महापौर ने बताया कि जेल चौक से मिनीमाता चौक तक (गौरव पथ मार्ग), राजेंद्र पार्क चौक से ग्रीन चौक तक, मालवीय नगर चौक से रेलवे स्टेशन तक सड़कों का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण के 20 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। शहर के भीतर स्थित तालाबों में घरों का गंदा पानी और सीवरेज का पानी जाने से रोकने के लिए नालियों का पानी डायवर्ट किया जाएगा।
कोरोना काल में निगम की अहम भागीदारी
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के लिए लॉकडाउन के दौरान निगम परिवार ने सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन बखूबी निभाया है। इस दौरान महापौर और पार्षद निधि से शहर के गरीब और प्रवासी मजदूरों को 45 हजार सूखा राशन के पैकेट, भोजन के पैकेट, मास्क, सेनेटाइजर की शीशियां बांटी गईं। प्रवासी मजदूरों के लिए 5 हजार राशन के अलग पैकेट बांटे गए।