छत्तीसगढ़ में एक ऐसा थाना जहां के उद्यान में हैं रुद्राक्ष और चंदन के पौधे

दुर्ग. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक ऐसा थाना है जहां के शहीद उद्यान में न सिर्फ फल और छायादार पौधे हैं बल्कि दुर्लभ प्रजाति के रूद्राक्ष और चंदन के भी पौधे (Rudraksh and sandalwood plants) हैं। छायादार पेड़-पौधे, फलदार और फूलों से लदा हुआ वातावरण हो तो वह मन की गहराइयों को सुकून देता है. (chhattisgarh police) प्रसन्नता का आभास कराते हैं. इससे मनुष्य को ही नहीं पशु-पक्षियों को भी नई ऊर्जा और जीवन मिलता है. नया उत्साह और नई ताजगी मिलती है. उद्यान को देखकर मन प्रफुल्लित हो उठता है. एक ऐसी ही वाटिका पुलगांव थाने में विकसित की गई है.

बेहतर उद्यानिकी की वजह से लोगों के आकर्षण का केंद्र
दुर्ग, बालोद मार्ग पर शहर से लगा हुआ एक थाना है पुलगांव, (Pulgaon Police Station) जो अपनी बेहतर उद्यानिकी की वजह से लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यह थाना प्रदेश के अन्य थानों से अलग हटकर है. यहां पर जो उद्यानिकी विकसित की गई है वह मन को मोह लेती है. इस उद्यानिकी में अंजीर, रूद्राक्ष, चंदन जैसे दुर्लभ वृक्ष तो लगाए गए हैं वहीं नारियल, लीची, नींबू, कटहल, आम, जामुन के फलदार पौधे भी बड़ी संख्या में रोपे गए हैं. इसी तरह केला, पपीता, अमरूद के अलावा गुलाब, गुलमोहर, नाग चंपा, विद्यापत्ती, सूरजमुखी जैसे फूलदार पौधे वातावरण में खुशबू बिखेर रहे हैं.

नक्सली घटनाओं में शहीद हुए अधिकारियों और जवानों की याद में
अपनी बेहतर उद्यानिकी की वजह से मानवीयता, संवेदनशीलता का यह संदेश देने वाला बगीचा ‘शहीद वाटिकाÓ के नाम से विकसित किया गया है. (Naxal activity) नक्सली घटनाओं में शहीद हुए अधिकारियों और जवानों की याद में बनाई गई है. थाना प्रभारी उत्तर कुमार वर्मा और उनके स्टाफ की देखरेख में पानी व साफ-सफाई की उत्तम व्यवस्था की गई है. (Naxal terror) आगतुंकों के बैठने के लिए थाना परिसर के बाहर गार्डन चेयर (कांक्रीट) लगाई गई हैं. थाने में स्टाफ कर्मचारियों व आगतुंकों के लिए पेयजल, स्नानागार, शौचालय की उत्तम व्यवस्था है. थाना भवन की साफ-सफाई, रंग रोगन और साज-सज्जा, विद्युतीकरण थाना परिसर को आकर्षक बनाती है. पहले थाना परिसर में दुर्घटनाग्रस्त वाहनों एवं कूड़े-कबाड़ का ढेर लगा हुआ था, जिसे हटवा कर थाना प्रभारी ने वहां वाहन स्टैंड और वृक्षारोपण कर थाने की तस्वीर ही बदल दी.

कौन हैं थाना प्रभारी उत्तर कुमार वर्मा
रायपुर जिले के ग्राम नीलजा निवासी उत्तर कुमार वर्मा ने 41 साल पहले पुलिस महकमे में आरक्षक की नौकरी से अपने कैरियर की शुरुआत की थी. मूल रूप से कृषक परिवार से जुड़े होने के कारण उनकी बाग-बगीचों के प्रति रूचि रही है. वे नौकरी में चार बार पदोन्नति पाकर टी.आई बने. उन्होंने राजधानी रायपुर से लेकर सुदूर वनांचल बस्तर व नक्सली क्षेत्रों में अपनी पदस्थापना के दौरान भी अपने कार्यस्थलों में बागवानी को तरजीह दी. उन्होंने बस्तर क्षेत्र के लोहंडीगुड़ा, नगरनार और कबीरधाम जिले के बोड़ला, पांडातराई में फलदार और छायादार पौधे रोपकर थाना परिसर का न केवल स्वरूप बदला बल्कि अपने मातहत कर्मचारियों को बेस्ट पुलिसिंग का गुर सिखाया. श्री वर्मा 2007 और 2008 में दो बार राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किए गए. वे मार्च 2019 से थाना पुलगांव में निरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं. टी.आई. श्री वर्मा का कहना है कि जनता के बीच पुलिस की छवि ‘पुलिस मित्रÓ की बनें यही उनका प्रयास है. उनका यह भी कहना है कि साथी हाथ बढ़ाना एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना. अपने रचनात्मक कार्यों की वजह से उन्होंने जनता के बीच में पुलिस की छवि बेहतर बनाई. इसके अलावा अपराधियों पर अंकुश लगाकर उन्हें पुलिस विभाग का ‘स्व. लखन लाल मिश्रÓ राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजा गया. यह पुरस्कार उन्हें सन् 2011 में हत्या के एक प्रकरण में श्रेष्ठ विवेचना के लिए प्रदान किया गया.

थाने में जल संग्रहण
श्री वर्मा का प्रयास जल एवं भूमि सुधार पर भी है. वर्षा के पानी के संग्रहण के लिए थाना कैंपस में एक डबरी का निर्माण भी करवाया है. जरूरत पडऩे पर उस पानी से उद्यान की सिंचाई की जा सकती है. साथ ही इससे थाना कैंपस का भूजल स्तर मेंटेन रहेगा.

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