‘मैं इनसाइडर हूं जिसके साथ आउटसाइडर जैसा व्यवहार किया गया’
इनसाइडर और आउटसाइडर की बहस में खुद के बारे में बात करते हुए रणवीर ने कहा, ‘मैं हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के बीच ही बड़ा हुआ हूं। मैंने बचपन से यहां की पॉलिटिक्स को नजदीक से देखा है। बड़े होने और एक ऐक्टर बनने के बाद मैंने भी इसका खामियाजा भुगता है। इसलिए आप कह सकते हैं कि मैं एक इनसाइडर हूं जिसके साथ आउटसाइडर जैसा व्यवहार हुआ है।’
‘अनुराग मेरा दोस्त है, यह छोटी सी गलतफहमी थी’
हाल में सोशल मीडिया पर रणवीर और अनुराग कश्यप आमने-सामने आ गए थे। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘अनुराग मेरा दोस्ता है। यह एक छोटी सी गलतफहमी थी लेकिन पब्लिक प्लैटफॉर्म की वजह से लोगों का इसपर ज्यादा ध्यान गया। दरअसल मैं बहुत सारे ब्लॉगर्स, जर्नलिस्ट, क्रिटिक्स, ऐक्टर्स और फिल्ममेकर्स के बारे में बात कर रहा था जो खुद को स्वतंत्र सिनेमा का पैरोकार कहते हैं लेकिन अब अगर कोई व्यक्ति अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रहा है तो उसे खामोश कर रहे हैं।’
‘डिबेट से कोई उम्मीद नहीं है’
रणवीर शौरी से पूछा गया कि क्या हाल में शुरू हुई नेपोटिजम और इनसाइडर-आउटसाइडर की बहस से बॉलिवुड के स्टार कल्चर में कोई फर्क आएगा और अन्य कलाकारों को ज्यादा स्पेस दिया जाएगी? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘नहीं, मुझे ऐसी कोई उम्मीद नहीं है। हम खुशनसीब होंगे अगर इस डिबेट से बॉलिवुड में फैला सामंतवाद के जहर का असर कुछ कम हो जाए।’