‘मैं किसी कैंप का हिस्सा नहीं बना’हाल में हमारे सहयोगी ईटाइम्स के साथ हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने अपने इतने सालों के फिल्मी करियर पर खुलकर बात की। जब बॉलिवुड में कैंप और ग्रुप्स के बारे में आफताब से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘इस ग्रुपिजम को साल 2000 के आसपास कैंपिजम बोला जाता था जहां लोग कहते थे कि यह ऐक्टर यशराज, भट्ट या किसी और कैंप से जुड़ा हुआ है। मेरे बारे में कभी ऐसा नहीं हो सका क्योंकि मैंने बहुत सारे प्रड्यूसर्स के साथ काम किया और मैं सभी से फ्रेंडली था लेकिन क्लोज किसी के नहीं था।’
‘करण जौहर मेरे दूर के रिश्तेदार’
आफताब ने आगे कहा, ‘मैंने 9 फिल्में विक्रम भट्ट के साथ और 5-6 फिल्में रामगोपाल वर्मा के साथ कीं लेकिन मैं कभी उनके कैंप का हिस्सा नहीं बना। करण जौहर तो मेरे दूर के रिश्तेदार भी हैं लेकिन मैं कभी भी किसी का नजदीकी नहीं रहा। मैं सभी के साथ फ्रेंडली रहा इसलिए मेरा कोई दुश्मन भी नहीं है। इसलिए मैंने खुद को इस ग्रुपिजम और कैंपिजम से खुद को हमेशा दूर ही रखा है।’
‘मिस्टर इंडिया का नहीं बनना चाहिए रीमेक’
अपने करियर में कुछ रोल्स को छोड़े दिए जाने के बारे में आफताब ने कहा, ‘मैंने बहुत सी फिल्में और किरदार रिजेक्ट कर दिए। मुझे बहुत से ऐसे रोल ऑफर किए गए जिनमें मैं थर्ड या फोर्थ लीड में था और ऐसे रोल मैं नहीं करना चाहता था। इसलिए मैंने बिल्कुल इज्जत के साथ इन फिल्मों के लिए मना कर दिया।’ आफताब ने मिस्टर इंडिया में चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम किया था। हाल में इसका रीमेक बनाए जाने की चर्चा सामने आई थी। जब इस बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जिन्हें दोबारा नहीं बनाया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि शायद आगे की कहानी कर जाए लेकिन रीमेक तो बिल्कुल नहीं बनाया जाना चाहिए।’