ऐसा होगा राम मंदिर, डिजाइन में ये बदलाव

अयोध्या
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बनने जा रहे (Ram Mandir) का भूमि पूजन 5 अगस्त को होना है। खुद प्रधानमंत्री इसमें शामिल होंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट () की आखिरी बैठक में मंदिर के डिजाइन में कई बदलावों को मंजूरी मिली। मसलन, अब मंदिर की ऊंचाई 20 फीट बढ़ाकर 161 फीट होगी। यह जानकारी मंदिर के चीफ आर्किटेक्ट रहे सी सोमपुरा के बेटे निखिल सोमपुरा ने दी है।

लंबे समय से मंदिर के डिजाइन और निर्माण संबंधी चीजों पर बहस चल रही थी। कुछ संस्थाओं ने डिजाइन बदलने की बात कही थी। हालांकि, सहमति इसपर बनी कि जो डिजाइन तय है, उसी के हिसाब से पत्थर तराशे गए हैं। ऐसे में डिजाइन वही रहेगा। पूरे मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर के अलावा अन्य स्थानों का निर्माण भी किया जाना है। जल्द ही इसकी रूपरेखा पूरी तरह से सामने आ जाएगी।

अब 161 फीट होगी मंदिर की ऊंचाई
निखिल सोमपुरा ने बताया, ‘पहले 1988 में डिजाइन बनाया गया था। अब 30 साल हो चुके हैं, ऐसे में कुछ बदलाव किए गए हैं। पहले मंदिर की ऊंचाई 141 फीट होनी थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 161 फीट किया जाएगा।’ आपको बता दें कि मंदिर के मूलभूत ढांचे का काम एल ऐंड टी कंपनी को मिला है। वहीं, मंदिर में लगने वाले पत्थरों और टाइल्स का काम सोमपुरा मार्बल्स को दिया गया है।

तीन की बजाय पांच मंडप
मंदिर निर्माण में मुख्य भूमिका निभाने जा रहे सोमपुरा मार्बल्स के कर्ताधर्ता निखिल बताते हैं, ‘सभी पिलर और पत्थर पहले के डिजाइन के मुताबिक तराशे गए थे। हालांकि, अभी भी वे काम ही आएंगे। नए डिजाइन में सिर्फ दो अतिरिक्त मंडपों को जोड़ा गया है।’ ट्रस्ट ने फैसला लिया है कि अब मंदिर में तीन की बजाय पांच मंडप होंगे। निखिल कहते हैं कि यह उनके और उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है कि उन्हें मंदिर निर्माण का काम मिला है। निखिल सोमपुरा के मुताबिक, मंदिर साढ़े तीन साल में तैयार हो जाएगा।

अयोध्या मंदिर निर्माण की तैयारियां जोरों पर हैं। जरूरी सर्वे किया जा चुका है और अब बस भूमि पूजन का इंतजार है। एल ऐंड टी की टीमें भारी-भरकम मशीनों के साथ अयोध्या पहुंच चुकी हैं। भूमि पूजन के तुरंत बाद ही काम शुरू हो जाएगा। मंदिर का मूलभूत ढांचा एल ऐंड टी ही तैयारी करेगी। इसके पूरा तैयार होने के बाद सोमपुरा मार्बल्स मंदिर को शानदार बनाने का काम करेगी।

3 अगस्त से शुरू होगा भूमि पूजन कार्यक्रम
राम मंदिर के गर्भगृह का भूमि पूजन कार्यक्रम 3 अगस्त से शुरू हो जाएगा। इस तिथि को गणेश पूजन होगा। 4 अगस्त को रामार्चा होगा और 5 अगस्त 8 बजे सुबह से अंतिम अनुष्ठान होगा। भूमि पूजन काशी के पंडितों के नेतृत्व में 11 पंडितों की टीम करेगी। जिसमें अयोध्या के पंडितों को भी शामिल किया गया है। पीएम मोदी को केवल आधारशिला रखकर मंदिर निर्माण का शुभारंभ करना है।

मोदी को लेकर 300 लोग होंगे शामिल
बताया गया है कि मंदिर निर्माण के शुभारंभ कार्यक्रम में भीड़ बहुत सीमित रहेगी। पीएम मोदी के अलावा नेताओं, अधिकारियों, प्रमुख संत महंत और वीआईपी को जोड़ कर यह संख्या 300 से ज्यादा नहीं रहेगी। कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए यह कार्यक्रम होगा। जिसका लाइव प्रसारण लोग अपने घरों में बैठ कर देखेंगे।

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