महाराष्ट्र और दिल्ली की राह पर अब उत्तर प्रदेश में भी कोरोना वायरस के मामलों में उछाल आया है। कोरोना के मामले बढ़ने के पीछे पिछले दो हफ्ते से राज्य में ज्यादा टेस्टिंग होना है। बीते दो हफ्तों में सात ऐसे राज्य हैं जिन्होंने कोविड-19 टेस्ट की संख्या बढ़ाई है। इन राज्यों में तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और दिल्ली हैं।
उत्तर प्रदेश में कम कोरोना टेस्टिंस को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं। यहां पर हर हफ्ते टेस्ट बढ़ाए जा रहे हैं। हालांकि यूपी में वायरस पॉजिटिव आने का प्रतिशत कम है। अब तक यूपी में 47,000 कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं, जिसका पॉजिटिविटी रेट 4 फीसदी है।
2-15 जुलाई तक 4 लाख टेस्ट
उत्तर प्रदेश में अब दो हफ्तों, 2 जुलाई से 15 जुलाई तक के आंकड़े देखें तो 4 लाख सैंपलों की जांच हुई। वहीं तमिलनाडु में 5 लाख टेस्ट किए गए। यहां पर अब तक कोरोना मरीजों की संख्या 1.65 लाख पहुंच गई है। महाराष्ट्र में 3 लाख टेस्टिंग की गईं और दिल्ली में 1 लाख 63 हजार जांचें हुईं।
यूपी में संक्रमितों की संख्या कम
दिल्ली में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले 1.22 लाख पहुंच गए हैं। कर्नाटक में 59,000 और गुजरात में अब तक 47,476 मामले सामने आ चुके हैं। उत्तर प्रदेश में अब तक इन राज्यों की अपेक्षा कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम है।
प्रति एक लाख पर दिल्ली में सबसे ज्यादा टेस्ट
वहीं कोरोना वायरस टेस्ट के आंकड़े देखें तो आबादी में एक लाख पर दिल्ली में कोरोना टेस्ट का ऐवरेज 41,000 का है। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में प्रति एक लाख पर 25000, राजस्थान में 15,600 और कर्नाटक में 15,000 टेस्ट हो रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में यह ऐवरेज कम है। यहां पर प्रति लाख पर 12,500 और महाराष्ट्र में 6,300 मामले सामने आ रहे हैं।
महाराष्ट्र में पॉजिटिविटी रेट सबसे ज्यादा
महाराष्ट्र में पॉजिटिविटी रेट सबसे ज्यादा 23 फीसदी है, यहां पर कोरोना वायरस के कंफर्म केस भी सबसे ज्यादा हैं। महाराष्ट्र में बीते दो हफ्तों में 3.9 लाख टेस्ट किए गए हैं। दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आंकड़ों में कमी आई है। यहां पर पॉजिटिविटी रेट 30 फीसदी था जो अब घटकर 15 फीसदी पर आ गया है। दिल्ली में 2 जुलाई तक 2.48 लाख टेस्ट किए गए जबकि 2 जुलाई से 25 जुलाई के बीच 1.6 लाख जांचें हुईं।
देश में 10 फीसदी बढ़े मामले
इन सात राज्यों में पॉजिटिव रेट 7 फीसदी से लेकर 23 फीसदी तक बढ़ा है। राजस्थान में 3 फीसदी पॉजिटिविटी रेट है जो उत्तर प्रदेश से कम है। यूपी का पॉजिटिविटी रेट 4 फीसदी है। ज्यादा पॉजिटिव मरीजों की दर यह बताती है कि यहां पर बीमार लोगों या सबसे ज्यादा बीमार लोगों की जांच हो रही है। देश में कोरोना वायरस के मामले चिंता बढ़ा रहे हैं। अगर देश के आंकड़े देखें तो 2 जुलाई से 15 जुलाई के बीच कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में 10 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है।