पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है। 48 घण्टों में कोरोना के 200 से अधिक पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इन सब से बड़ा खतरा वाराणसी में वो 30 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज हैं, जो इन दिनों लापता हैं। जानकारी के मुताबिक इन मरीजो ने सैंपलिंग के दौरान अपना फोन नम्बर और पता गलत दिया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन मरीजों से सम्पर्क करने की कोशिश की तो मरीजों से सम्पर्क नहीं हो सका।
वाराणसी में पिछले पांच दिनों में 30 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज लापता पाए गए हैं। लापता मरीजों की जानकारी के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कम मचा हुआ है। लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीम इन मरीजों के दिए गए फोन नम्बर पर कॉल कर रही है लेकिन किसी का मोबाइल नॉट रिचेबल तो किसी का स्विच ऑफ बता रहा है। अब स्वास्थ्य विभाग ने टीम ने इनकी तलाश के लिए पुलिस को सूची सौंपी है। ये पॉजिटिव मरीज वाराणसी के अलग अलग थाना क्षेत्रों के है।
वाराणसी के सीएमओ डॉ बीबी सिंह ने बताया कि जो भी लोग सैंपलिंग के लिए आते हैं उनके नाम-पते के साथ मोबाइल नंबर दर्ज किए जाते हैं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हीं नंबरों पर मरीज को संक्रमित होने की जानकारी दी जाती है। वाराणसी में पिछले कुछ दिनों में 2 दर्जन से अधिक पॉजिटिव लोगों ने सैम्पलिंग के समय गलत मोबाइल नंबर दिया था जिनकी सूची तैयार कर संबंधित थानों को दे दी गई है। पुलिस की मदद से उन्हें ढूंढ़ने का प्रयास किया जा रहा है।
एक पॉजिटिव मरीज कई लोगों को कर सकता है संक्रमित
वाराणसी की सड़कों पर इन दिनों कोरोना बम खुलेआम घूम रहे हैं। वाराणसी में लापता कोरोना संक्रमित मरीज कहां हैं, इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। यही नहीं, शायद वो मरीज भी नहीं जानता कि वो अब कोरोना बम बनकर तैयार हो गया है। खुद के परिवार के साथ वो अपने और अपने परिचितों को कोरोना संक्रमण का शिकार बना सकता है।