आर्चर का खुलासा, ऑनलाइन नस्लभेद के हुए शिकार

मैनचेस्टरइंग्लैंड के तेज गेंदबाज ने कहा है कि जब वह बायो सिक्योर प्रोटोकॉल तोड़ने के कारण क्वारंटीन में थे तब उन्हें ऑनलाइन नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा। तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर कोरोना वायरस का दूसरा परीक्षण भी नेगेटिव आने के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के लिये मंगलवार को इंग्लैंड की टीम से जुड़ गये। आर्चर पहले टेस्ट के बाद अपने घर चले गये थे और इस तरह से उन्होंने जैव सुरक्षित वातावरण का उल्लंघन किया था जिसके कारण उन्हें दूसरे टेस्ट मैच की टीम से बाहर कर दिया गया था।

आर्चर ने डेली मेल में अपने कॉलम में लिखा, ‘बीते कुछ दिनों में, मैंने कई सोशल मीडिया प्रोफाइल को अनफॉलो और म्यूट कर दिया है, ताकि मैं इनसे बच सकूं। मैं दोबारा इनके पास नहीं जा रहा। मैं उन्हें गैरजरूरी आवाजें समझता हूं। दो विकेट लो और एक बार फिर यह लोग वापस आपके पास आ जाएंगे। हम बहुत ही अस्थिर दुनिया में रह रहे हैं।’

उन्होंने लिखा, ‘इंस्टाग्राम पर बीते कुछ दिनों में जो मुझे गालियां मिली वो नस्ली थीं। मैंने फैसला किया कि अब बहुत हो गया।’ उन्होंने लिखा, ‘जब से क्रिस्टल पैलेस के फुटबॉलर विलफ्राइड जाहा को 12 साल के लड़के ने ऑनलाइन नस्लीय टिप्पणी की तब से मैंने एक लाइन खींच ली है कि मैं इस तरह की चीजें बर्दाश्त नहीं करूंगा।’

उन्होंने आगे कहा- इसलिए मैंने अपनी शिकायत ईसीबी से कर दी है और वह इसमें सही प्रक्रिया अपनाएगी। कोविड-19 के दूसरे निगेटिव टेस्ट के बाद आर्चर तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड टीम से जुड़ने को तैयार हैं। उल्लेखनीय है कि उन्हें ओल्ड ट्रैफर्ड से लगे होटल में ही पांच दिन के लिए क्वॉरंटीन रखा गया था और उन्हें केवल अकेले कुछ फिटनेस गतिविधियां करने की अनुमति दी गई थी। बाद में उन पर अनुशासनात्मक सुनवाई में 15,000 पाउंड का जुर्माना लगाया गया था।

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