एमपी के राज्यपाल का लखनउ के मेंदाता अस्पताल में निधन हो गया है। वह 40 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन से पूरे एमपी में शोक की लहर है। वहीं, राज्यपाल लालजी टंडन को श्रंद्धाजलि देने के बाद एमपी कैबिनेट की बैठक भी स्थगित कर दी गई है। इसके साथ ही एमपी में 5 दिनों तक रहेगा।
दरअसल, मंत्रालय में हर मंगलवार को शिवराज कैबिनेट की बैठक होती है। कैबिनेट की बैठक के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत सभी मंत्री वहां पहुंचे। उसके बाद मीटिंग हॉल में सीएम समेत सभी मंत्रियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उसके बाद कैबिनेट की बैठक स्थगित कर दी गई। आज प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालय और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
इसके साथ ही राजकीय शोक के दौरान प्रदेश में कोई आधिकारिक और मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। सरकार के सभी मंत्रियों ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है।
इन वजहों से सुर्खियों में रहें लालजी टंडन
दरअसल, राज्यपाल लालजी टंडन एमपी में सबसे ज्यादा सुर्खियों में सियासी हलचल के दौरान रहे हैं। उनमें और तत्कालीन सीएम कमलनाथ के बीच फ्लोर टेस्ट को लेकर खूब चिट्ठी वार हुआ था। इसके साथ ही वह विधानसभा सत्र के दौरान एक मिनट में अपना अभिभाषण पढ़ कर चले गए थे। तब कहा गया था कि राज्यपाल गुस्से में हैं।
लखनऊ जाएंगे सीएम
वहीं, उनके निधन पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एमपी के राज्यपाल रहते हुए टंडन जी ने हमें सदैव सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। राष्ट्र के प्रति उनके प्रेम और प्रगति हेतु उनके योगदान को चिरकाल तक याद रखा जाएगा। आत्मा अजर-अमर है। वह आज हमारे बीच नहीं हैं, परंतु अपने सुविचारों से वह हमारी स्मृतियों में सदैव जीवित रहेंगे। सीएम ने कहा कि हम सभी भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं को टंडन जी का मार्गदर्शन लंबे समय तक मिला। उन्होंने जनता और राष्ट्र की सेवा का एक अद्भुत उदाहरण पेश करते हुए अपनी नीतियों से भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश को भी सशक्त किया। मुख्यमंत्री चौहान मध्यप्रदेश के राज्यपाल टंडन के अंतिम संस्कार में शामिल होने लखनऊ जाएंगे