भारत से रक्षा संबंध 21वीं सदी में सबसे अहम: US

चीन से बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका भारत के साथ सहयोग मजबूत कर रहा है। सोमवार को अमेरिका और भारत की नौसेनाओं ने संयुक्त युद्धाभ्यास किया। इससे न सिर्फ चीन को भारत-अमेरिकी सहयोग को लेकर संदेश दिया गया बल्कि अमेरिका के रक्षमंत्री मार्क एस्पर ने सीधे तौर पर चीन पर निशाना भी साधा है। उन्होंने भारत के साथ अपने रक्षा संबंधों को ’21वीं सदी के सबसे अहम संबंधों में से एक’ बताया है और चीन की सेना को क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने का जिम्मेदार बताया है।

पेंटागन चीफ ने मंगलवार को कहा है, ‘भारत के साथ बढ़ते रक्षा सहयोग पर रोशनी डालना चाहता हूं जो 21वीं सदी के सबसे बड़े रक्षा संबंधों में से एक है। हमने अपना सबसे पहला संयुक्त युद्धाभ्यास नवंबर में किया था। इस वक्त जारी USS निमित्ज और भारतीय नेवी का संयुक्त युद्धाभ्यास नौसैनिक सहयोग और फ्री-ओपन इंडो-पैसिफिक के लिए में हमारे साझा समर्पण को दर्शाता है।’

एस्पर ने लद्दाख पर सीमा विवाद को लेकर कहा कि अमेरिका वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) में स्थिति पर नजदीक से नजर रख रहा है। उन्होंने खुशी जताई है कि दोनों देश समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, साउथ चाइना सी को लेकर एस्पर ने कहा, ‘हमारे कैरियर दक्षिण चीन सागर और इंडो-पैसिफिक में दूसरे विश्व युद्ध के बाद से ही हैं। हम अपने दोस्तों और सहयोगियों की संप्रभुता के सपॉर्ट में खड़े हैं। क्षेत्र में पीपल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियां अस्थिरता पैदा करने वाली हैं।’

निमित्ज सोमवार को बंगाल की खाड़ी पहुंचा जहां उसका भारतीय नौसेना के ईस्टर्न कमांड ने स्वागत किया। दोनों सेनाओं ने युद्धाभ्यास भी किया जिसे पासेक्स (PASSEX) नाम दिया गया। यह ऐसा युद्धाभ्यास है जिसमें पूर्वनियोजित और विस्तृत अभ्यास नहीं होता बल्कि युद्धपोत के गुजरते वक्त युद्ध की तरकीबों का प्रदर्शन होता है। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने पासेक्स के बारे में ट्वीट के जरिए बताया, ‘निमित्ज करियर स्ट्राइक ग्रुप हिंद महासागर क्षेत्र से गुजर रहा है। उसके गुजरने के दौरान भारतीय नौसेना ने अमेरिकी नौसेना के साथ पैसेज एक्सरसाइज (PASSEX) की। भारतीय नौसेना ने हाल ही में (जापान के) जएमएसडीएफ और फ्रांसीसी नौसेना के साथ भी इसी तरह का पासेक्स की है।’

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