महिला वर्ल्ड कप 2017 में टीम इंडिया उपविजेता रही थी। इस टूर्नमेंट के खिताबी मुकाबले में भारतीय टीम खिताब के करीब पहुंचकर मैच इंग्लैंड से मैच हार गई थी। क्रिकेट फैन्स को यह हार आज भी मायूस कर जाती है। लेकिन भारत के पास इस वर्ल्ड कप से जुड़ी एक बेहद खूबसूरत याद भी है। वह है हरमनप्रीत कौर की 171 रन की विस्फोटक पारी।
आज से तीन साल पहले टीम इंडिया का वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में खिताब की दावेदार ऑस्ट्रेलिया से यह मुकाबला था। इस मैच को बारिश के कारण 42 ओवर का किया गया था। भारत ने अपनी दोनों ओपनर्स के विकेट मात्र 35 रन पर ही गंवा दिए थे। इसके बाद हरमन ने इस मैच में जो पारी खेली वह इतिहास बन गई।
हरमनप्रीत की यह पारी महिला वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैच की सबसे बड़ी पारी है। उनकी पारी के दम पर भारत ने 42 ओवरों के मैच में 4 विकेट पर 281 रनों का स्कोर खड़ा किया। ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 245 रन आउट हो गई।
इस अहम मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हराकर टूर्नमेंट से बाहर कर दिया और फाइनल में अपनी जगह बनाई। भारत की इस जीत में सबसे बड़ी भूमिका हरमनप्रीत कौर की रही, जिन्होंने 115 गेंदों पर 171 रनों की नाबाद पारी खेली।
हरमनप्रीत की यह पारी महिला वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैच की सबसे बड़ी पारी है। उनकी पारी के दम पर भारत ने 42 ओवरों के मैच में 4 विकेट पर 281 रनों का स्कोर खड़ा किया। ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 245 रन आउट हो गई।
हरमनप्रीत ने अपनी फिफ्टी 64 गेंदों पर पूरी की थी। लेकिन सेंचुरी तक पहुंचने में उन्होंने केवल 90 गेंदों का सामना किया। अगले 71 रन हरमनप्रीत ने केवल 25 गेंदों पर बनाए। अपनी पारी में हरमनप्रीत ने 20 चौके और 7 छक्के लगाए।
हरमनप्रीत का यह स्कोर महिला विश्व कप का चौथा सबसे बड़ा स्कोर है। महिला विश्व कप में सबसे बड़ा स्कोर ऑस्ट्रेलिया की ब्लैंडा क्लार्क के नाम है, जिन्होंने 1997 विश्व कप में 229 रनों की पारी खेली थी। यह वनडे अंतरराष्ट्रीय में पहली डबल सेंचुरी भी थी।
हरमन वीरेंदर सहवाग की बहुत बड़ी फैन रही हैं। वह शुरुआत से ही उनकी बैटिंग एन्जॉय करती थीं। टीम इंडिया में जगह बनाने के बाद वह अक्सर अपनी बैटिंग पर सहवाग से सलाह-मशविरा आज भी करती हैं।