राजस्थान के चूरू जिले के सादुलपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनियां के घर पर सोमवार को सीबीआई ने छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम ने पूरे बंगले को घेर लिया था। आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद पता चला कि कृष्णा पूनिया यहां नहीं रहती हैं, जिसके बाद सीबीआई की टीम यहां से रवाना हो गई। जयपुर के गणपति नगर में भी कृष्णा पूनिया का आवास है। माना जा रहा है कि सीबीआई की टीम पूनिया के उस आवास पर भी पहुंची है। फिलहाल पूनिया होटल फेयरमाउंट में कांग्रेस के अन्य विधायकों के साथ मौजूद हैं। छापेमारी के समय को लेकर सवाल उठ रहे हैं। मालूम हो कि कृष्णा पूनिया चक्का फेंक की प्लेयर रह चुकी हैं। कॉमनवेल्थ खेलों में वह स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
SHO सुसाइड केस में हुई छापेमारी
बताया जा रहा है कि एसएचओ सुसाइड केस मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई की टीम कृष्णा पूनिया के घर पर पहुंची थी। राजगढ़ थाने में 23 मई को थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई ने सुसाइड कर ली थी, जिसके बाद राज्य सरकार निशाने पर थी। थाने के स्टाफ ने स्थानीय कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया और उनके समर्थकों पर झूठी शिकायतें करने का आरोप लगाया है। इसी मामले में कृष्णा पूनिया से सीबीआई पूछताछ करना चाह रही है। हालांकि छापेमारी की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं। यहां आपको बता दें कि राजस्थान में सियासी संकट शुरू होने के बाद से लगातार कांग्रेस और उससे जुड़े नेताओं के ठिकानों पर आयकर विभाग, सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी जारी है।
कृष्णा पूनियां को जेड श्रेणी की सुरक्षा
राजस्थान पुलिस ने चूरू जिले के सादुलपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनियां को जीवन के खतरे को देखते हुए जेड श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध करवाई है। विधायक के पति को दो सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) की सुरक्षा उपलब्ध करवाई गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खुफिया विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी आदेश के बाद विधायक और उनके पति को सुरक्षा प्रदान की गई है।
यह निर्णय पुलिस अधीक्षक सीआईडी (सुरक्षा) की रिपोर्ट पर लिया गया। जो मई में आत्महत्या करने वाले पुलिस निरीक्षक विष्णु दत्त विश्नोई पर दबाव डालने में शामिल होने के आरोपो का सामना कर रही विधायक कृष्णा पूनिया के जान के खतरे की समीक्षा कर रहे थे।
बीजेपी और बसपा नेताओं ने विधायक कृष्णा पूनियां पर पुलिस निरीक्षक विष्णु दत्त विश्नोई पर दबाव बनाने का आरोप लगाया था जिसे पूनियां ने खारिज कर दिया था। पुलिस निरीक्षक के आत्महत्या मामलें की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश पहले ही की जा चुकी है। राज्य में जेड श्रेणी की सुरक्षा पाने वाली पूनियां दूसरी विधायक हैं। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को भी जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है।