एमपी कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है। 10 दिनों के अंदर 2 विधायकों ने फिर से पार्टी छोड़ दिया है। इसे लेकर ने रविवार को विधायक दल की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में उन्होंने विधायकों से वन टू वन बात की है। खबर है कि विधायकों को शपथ भी दिलाई गई है कि वह पार्टी छोड़ कर नहीं जाएंगे।
दरअसल, एमपी कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने रविवार रात कांग्रेस विधायक दल की बैठक कर प्रदेश की 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी उपचुनाव में जनहितैषी मुद्दों को उठाकर सत्तारूढ़ बीजेपी को घेरने की रणनीति बनाई। यह बैठक कांग्रेस के 24वें विधायक के पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल होने के 2 दिन बाद हुई है। मार्च में कांग्रेस के 22 विधायक बगावत कर बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिससे कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी और 23 मार्च को प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी सरकार बनी।
विधायकों को छोड़ने से खलबली
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कमलनाथ ने पिछले 2 दिनों में दो विधायकों सुमित्रा देवी कास्डेकर और प्रद्युम्न सिंह लोधी के विधानसभा की सदस्यता एवं पार्टी से इस्तीफे देने के बाद बीजेपी में शामिल होने को लेकर इस बैठक में चर्चा की। यह बैठक ऐसे समय हुई है जब राजनीतिक हलकों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि बीजेपी में कांग्रेस के कुछ और विधायक पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। बैठक में मौजूद एक विधायक ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि इस बैठक में कांग्रेस विधायक दल ने प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाने का फैसला किया है।
बीजेपी नेताओं को बेनकाब किया जाए
इसके अलावा, यह भी निर्णय लिया गया है कि उन बीजेपी नेताओं को बेनकाब किया जाए जो विधायकों को कांग्रेस छोड़ने के लिए लुभा रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री तरुण भनोत ने कहा कि हम 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेंगे। हमारी पार्टी इस उपचुनाव में बीजेपी को घेरने के लिए किसानों के साथ-साथ जनहितैषी मुद्दों को उठाएगी। इन 26 सीटों में से 24 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई हैं, जबकि दो सीटें बीजेपी एवं कांग्रेस के एक-एक विधायक के निधन से रिक्त हुई हैं।
शपथ भी दिलाई
सूत्रों के अनुसार बैठक में मौजूद विधायकों को पूर्व सीएम कमलनाथ ने शपथ भी दिलाई है। उन्होंने कहा है कि अब कोई पार्टी नहीं टूटेगा। हम सभी को एकजुट होकर पार्टी के लिए काम करना है। साथ ही उन्होंने सभी विधायकों को पार्टी में रहने के लिए शपथ दिलाई है। हम सभी सत्ता में वापसी के लिए एकजुट होकर काम करेंगे। कमलनाथ के कहे अनुसार सभी विधायकों ने वैसे ही शपथ ली है।