कैलिबर मिसाइलों से लैस रूस की पनडुब्बी के इंग्लिश चैनल से गुजरने पर ब्रिटेन समेत नाटो देशों में हड़कंप मच गया। किलो क्लास की इस पनडुब्बी का नाम क्रासनोदार बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक यह पनडुब्बी सेंट पीटर्सबर्ग जा रही है जहां उसकी मरम्मत होनी है। पिछले करीब 15 महीने से यह पनडुब्बी काला सागर में तैनात थी।
काला सागर में रूस के पनडुब्बियों को तैनात करने पर काफी लंबे समय से विवाद चल रहा है। रूस यहां पर तैनात पनडुब्बियों की मदद से सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध पर पूरी नजर रखे हुए है। क्रासनोदार के काला सागर से रवाना होने के बाद आसपास के देशों की नौसेनाओं में हड़कंप मच गया। सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि अब यह देखना होगा कि पनडुब्बी के मरम्मत का काम कुछ महीने तक चलता है या एक साल लग जाएगा।
ब्रिटेन का युद्धपोत रूस के जहाजों के साथ गुजर रहा
माना जा रहा है कि तुर्की रूसी पनडुब्बी के इंग्लिश चैनल से गुजरने पर विरोध कर सकता है। अंतिम बार यह पनडुब्बी मई 2017 में इंग्लिश चैनल से गुजरी थी। सीरिया के पास अपनी तैनाती के दौरान रूसी पनडुब्बी ने कई कैलिबर मिसाइलें दागी हैं। उधर, कई सूत्रों से यह भी दावा किया जा रहा है कि ब्रिटेन का युद्धपोत एचएमएस टायने इंग्लिश चैनल में रूस के नौसैनिक जहाजों के साथ गुजर रहा।
बताया जा रहा है कि इंग्लिश चैनल से एक रूसी सबमरीन और रूसी युद्धपोत गुजर रहे हैं। रूसी पनडुब्बी धीरे- धीरे बाल्टिक सागर की सागर की ओर बढ़ रही है। इससे पहले ब्रिटिश युद्धपोत टायने ने रूसी नौसेना के एक और जत्थे को एस्कॉर्ट किया था। इसमें कई विध्वंसक युद्धपोत भी शामिल थे।