'गुमनाम' हीरो, जिसने 1983 में बनाया विश्व विजेता

भारतीय क्रिकेट की जब भी बात होगी तो 1983 वर्ल्ड कप का जिक्र जरूर होगा। यह ऐतिहासिक करिश्माई जीत भारतीय क्रिकेट में टर्निंग पॉइंट साबित हुआ था। उस टूर्नमेंट के लिए देश के युवाओं को क्रिकेट की ओर आकर्षित किया और इस खेल में भारत आज ‘किंग’ बना हुआ है। विश्व विजेता टीम में कपिल देव और मदन लाल जैसे हीरोज के बीच एक ऐसा ‘गुमनाम’ नाम भी है, जिनका आज जन्मदिन है। जी हां, हम बात कर रहे हैं टूर्नमेंट में सबसे सक्सेसफुल बोलर रोजर बिन्नी की।

आज 65वां जन्मदिन मना रहे रोजर बिन्नी (19 जुलाई, 1955) ने उस विश्व कप में सबसे अधिक 18 विकेट झटके थे, जिसने भारत की ऐतिहासिक खिताबी जीत की गाथा लिखी थी। बिन्नी ने 8 मैचों में कुल 88 ओवर की गेंदबाजी की थी और 9 मेडन रखते हुए 336 रन खर्च किए थे। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/29 रहा था।

बिन्नी ने पूरे टूर्नमेंट में शानदार प्रदर्शन किया था। वेस्टइंडीज के खिलाफ यादगार फाइनल में उन्होंने 11 ओवर किए और महज 23 रन खर्च करते हुए किफायदी रहे, जिससे विंडीज टीम पर दबाव बना और उसने अहम विकेट खो दिए। बिन्नी ने विपक्षी टीम के कप्तान महान क्लाइव लॉयड (8) को सस्ते में पविलियन भेजा था। यह उनका मैच में इकलौता, लेकिन सबसे खास विकेट था।

1979 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट करियर की शुरुआत करने वाले बिन्नी पहले एंग्लो-इंडियन हैं, जिन्होंने भारत के लिए इंटरनैशनल क्रिकेट खेला। करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए 27 टेस्ट और 72 वनडे खेले। इस दौरान क्रमश: 47 और 77 विकेट अपने नाम किए। वह टीम इंडिया की सिलेक्शन कमिटी में भी रहे।

बहुत कम लोग ही जानते हैं कि बिन्नी जूनियर टीम के कोच भी रहे। उनकी कोचिंग में मोहम्मद कैफ की कप्तानी वाली टीम ने 2000 में विश्व विजेता बनी थी। युवराज सिंह भी उस टीम में थे।

बिन्नी के ऑलराउंडर बेटे स्टुअर्ट बिन्नी ने भी भारतीय टीम के लिए इंटरनैशनल लेवल पर क्रिकेट खेला। उनकी बहु मयंती लैंगर मशहूर स्पोर्ट्स एंकर हैं।

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