मंत्रिमंडल के सात सदस्यों के पास के अलावा किसी दूसरे देश की भी नागरिकता है। इनमें से कई के पास पाकिस्तान के साथ विदेशों में भी अरबों रुपये की संपत्ति है। पाकिस्तान में बढ़ते भ्रष्टाचार के कारण विपक्षी पार्टियां लंबे समय से गैर निर्वाचित सदस्यों के संपत्ति और उनकी नागरिकता को सार्वजनिक करने की मांग कर रही थी।
सभी विदेशी पीएम इमरान के विशेष सहायक
के इन गैर निर्वाचित सदस्यों को प्रधानमंत्री के विशेष सहायक (SAPM) कहा जाता है। इनकी संपत्ति और राष्ट्रीयता का विवरण मंत्रिमंडल प्रभाग की वेबसाइट पर डाला गया है। पाकिस्तानी सूचना मंत्री शिबली फराज ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री इमरान खान के निर्देश पर इस सूचना को सार्वजनिक किया गया है।
सरकार बनते ही इमरान के बदले सुर
इमरान खान जब विपक्ष में थे तब उन्होंने इस मुद्दे को बहुत जोर शोर से उठाया था। वे हमेशा पाकिस्तान के सरकारी कार्यालयों में बैठे इन विदेशी नागरिकों की आलोचना किया करते थे। हालांकि, सत्ता में आने के बाद उनके रूख बदल गए थे। लेकिन, विपक्ष के बढ़ते दबाव के आगे झुकते हुए पीएम इमरान को अपने विशेष सहायकों की संपत्ति और राष्ट्रीयता सार्वजनिक करनी पड़ी है।
हर मंत्रालय में इमरान के ‘खास’
इमरान मंत्रिमंडल के ये सभी विदेशी सदस्य गैर निर्वाचित हैं। 20 सलाहकारों और प्रधानमंत्री के विशेष सहायकों की संपत्ति और दोहरी राष्ट्रीयताओं का विवरण सार्वजनिक किया गया था। पाकिस्तान में पीएम इमरान खान ने लगभग हर मंत्रालय के लिए अपने विशेष सहायक की नियुक्ति की है।
कौन-कौन विदेशी नागरिक
सदस्यों के नाम | मंत्रालय | किस देश के नागरिक |
शाहबाज गिल | राजनीतिक मामले | अमेरिका |
नदीम बाबर | पेट्रोलियम मंत्रालय | अमेरिका |
सैय्यद जुल्फिकार बुखारी | प्रवासी मामले | ब्रिटेन |
मोइद यूसुफ | नेशनल सिक्योरिटी | अमेरिका |
शहजाद कासिम | पॉवर डिवीजन | अमेरिका |
नदीम अफजल गोंडल | पार्लियामेंट्री कोऑर्डिनेशन | कनाडा |
तानिया एस एड्रस | डिजिटल पाकिस्तान | कनाडा और सिंगापुर |
अरबों की संपत्ति के मालिक
कैबिनेट डिवीजन ने गैर-निर्वाचित सलाहकारों की सभी जानकारियां भी साझा की हैं, जिसमें पता चला है कि बाबर की पाकिस्तान में 31 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसके अलावा अमेरिका में भी उनकी 31 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। उनकी व्यापार पूंजी 2.15 अरब रुपये से अधिक है।