सैफ ने स्पोर्ट्सकीडा से बातचीत में कहा, ‘बॉयकाट को मैं काफी मानता था। उन्होंने एक दिन मुझे काफी गुस्सा दिला दिया। उन्होंने मुझसे कहा, मैंने तुम्हारे पिता के बारे में सुना है, एक आंख से टेस्ट क्रिकेट खेलना मुमकिन नहीं है।’
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49 वर्षीय बॉलिवुड ऐक्टर ने कहा, ‘मैंने उनसे पूछा कि क्या आपको लगता है कि मेरे पिता झूठ बोल रहे हैं तो उन्होंने कहा- हां मुझे लगता है कि वह कहानी बना रहे हैं।’ सैफ ने यह बात अपने पिता मंसूर अली खान पटौदी से कही और वह काफी गुस्सा हो गए।
सैफ ने बताया कि उनके पिता ने तब उनसे कहा कि वह दो आंखों से खेलते थे, तब बहुत अच्छा खेलते थे और एक आंख से अच्छा। नवाब पटौदी ने भारत के लिए 46 टेस्ट मैचों में 6 शतक और 16 अर्धशतक की मदद से 2793 रन बनाए। नाबाद 203 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 310 मैच खेले और 15425 रन बनाए। इसमें 33 शतक और 75 अर्धशतक शामिल हैं।
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मंसूर अली खान पटौदी को भारत के महान क्रिकेट कप्तानों में गिना जाता है। उन्होंने 21 साल की उम्र में कप्तानी संभाली थी। कार दुर्घटना में वह चोटिल हो गए थे और उनकी दाई आंख में चोट आई थी जिससे दिखना बंद हो गया था। अपनी कप्तानी में वह नौ टेस्ट मैच जीतने में सफल रहे।
सैफ ने कहा, ‘अगर वह टूर नहीं करना चाहते थे तो कह देते थे कि वह उपलब्ध नहीं हैं। वह कहते थे कि यह खेल है और उनकी 60 के दशक में खेल से दिलचस्पी जा रही है क्योंकि उन्हें लगता था कि बहुत ज्यादा क्रिकेट खेला जा रहा है।’