विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में सीजफायर उल्लंघन में 3 आम नगारिकों की मौत के बाद पाकिस्तानी दूतावास के प्रभारी अधिकारी को तलब किया। निर्दोष नागरिकों की मौत पर भारत ने अपना जोरदार विरोध दर्ज कराया है। भारत ने पाकिस्तान की कड़े शब्दों में निंदा की हैं।भारत ने सीमा पार आतंकवादी घुसपैठ को पाकिस्तान द्वारा जारी समर्थन का भी विरोध किया, जिसमें पाकिस्तानी सेना द्वारा प्रदान की गई कवर फायर भी शामिल है। पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए 2003 के संघर्ष विराम समझौते का पालन करने के लिए कहा गया था। बता दें कि इस साल पाकिस्तानी सेना द्वारा 2711 से अधिक सीजफायर उल्लंघन में 21 भारतीय मारे गए हैं और 94 घायल हुए हैं।एक परिवार के तीन लोगों की मौत पाकिस्तान ने शुक्रवार रात को पुंछ जिले के गुलपुर सेक्टर और खरी करमाडा इलाके में फायरिंग की। इस फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में पति-पत्नी और उनका बेटा शामिल है। भारतीय सेना ने भी पाक को फायरिंग का कड़ा जवाब दिया गया है। देर रात तक दोनों तरफ से फायरिंग जारी थी। सेना के प्रवक्ता देवेन्द्र आन्नंद का कहना है कि पाक की तरफ से रात को फायरिंग शुरू की गई थी। आर्मी भी इस तरफ से पाकिस्तान को जवाब दे रही है।जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान की तरफ से रात को करीब साढ़े आठ बजे एलओसी की चौकियों को निशाना बनाकर गुलपुर सेक्टर में फायरिंग शुरु कर दी गई। जिसमें खरी करमाडा इलाके में भी चौकियों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान का एक शैल करमाडा गांव में मोहम्मद रफीक के घर पर गिरा। जिसकी चपेट में आकर घर में मौजूद मोहम्मद रफीक उसकी पत्नी राफिया बी और 15 वर्षीय बेटा इरफान की मौत हो गई। इस तरफ से भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी गई।
विदेश मंत्रालय ने 3 नागरिकों की मौत पर पाकिस्तानी दूतावास में दर्ज कराया विरोध
नई दिल्ली