ईरान में का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच राष्ट्रपति ने अनुमान व्यक्त किया कि कोरोना वायरस के प्रकोप की शुरुआत से अब तक करीब ढाई करोड़ ईरानी नागरिक संक्रमित हुए होंगे। रूहानी ने इतनी बड़ी संख्या में संक्रमण का अनुमान व्यक्त करते हुए ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक नये अध्ययन का हवाला दिया।
मरीजों की संख्या दोगुनी होने का भी जताया अनुमान
उन्होंने कहा कि ईरानी लोगों को महामारी को गंभीरता से लेने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले महीनों में करीब तीन से साढ़े तीन करोड़ लोग कोविड-19 से ग्रस्त हो सकते हैं। रूहानी ने रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि यह भी पूर्वानुमान है कि अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी जल्द दोगुनी हो जाएगी जैसा कि हमने पिछले 150 दिन में देखा है।
रूहानी के दावों से आधिकारिक आंकड़ों पर उठे सवाल
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर राष्ट्रपति हसन रूहानी के दावों से नया विवाद खड़ा हो गया है। कई विशेषज्ञ पहले से ही ईरान के आधिकारिक आंकड़ों पर संदेह जताते रहे हैं। इस बीच ईरानी राष्ट्रपति के बयान ने उनके दावों को और ताकत दे दी है। दावा है कि ईरान अपने यहा कोरोना से संक्रमित और मौतों को लेकर गलत आंकड़ा पेश कर रहा है। वहीं ईरानी अधिकारियों ने इस तरह के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।
पश्चिम एशिया में सबसे अधिक कोरोना प्रभावित देश है ईरान
ईरान पश्चिम एशिया में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रकोप से सबसे बुरी तरह प्रभावित है जहां अब तक कोविड-19 के 2,70,000 मामले सामने आये हैं और कम से कम 13,979 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इसमें पिछले 24 घंटे में सामने आये संक्रमण के 2,166 और मौत के 188 नये मामले शामिल हैं।
रूहानी पहले भी दे चुके हैं लॉकडाउन की चेतावनी
ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने पहले भी कहा था कि अगर लोगों ने कोरोना वायरस को रोकने के उपायों का पालन नहीं किया तो देश में फिर से लॉकडाउन को लगाया जा सकता है। रूहानी ने देश में संक्रमण की दर बढ़ने के लिए पर्यटन को जिम्मेदार ठहरायाथा। उन्होंने कहा था कि लोगों के एक जगह से दूसरी जगह तक जाने की आजादी से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।