बिहार सरकार ने कोविड-19 (Covid-19) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए आईएएस अधिकारियों को विशेष तैनाती की है। चार IAS अधिकारियों में से तीन अधिकारियों की तैनाती पटना में की गई है। पटना में आईएएस अधिकारी नवीन कुमार, सुमित कुमार और विक्रम विरकर को प्रतिनियुक्त किया गया है। बता दें कि ये अधिकारी रोहतास, नालंदा और समस्तीपुर में कार्यरत थे। इसके अलावा सुपौल में पदस्थापित दीपक कुमार मिश्रा को भागलपुर समाहरणालय में तैनात किया गया है। इसके अलावा बिहार प्रशासनिक सेवा के दस अधिकारी और तीन आईपीएस अधिकारी को भी कोरोना की रोकथाम के लिए प्रशासनिक कार्य में लगाया गया है।
आईएएस के साथ 5 आईपीएस अफसरों की भी लगाई ड्यूटी
दरअसल केंद्र सरकार ने बिहार में बढ़ते कोरोना मामले को लेकर केंद्रीय टीम को बिहार भेजा है। दूसरी टीम रविवार को बिहार पहुंचेगी। बिहार में कोरोना के बिगड़ते हालत को लेकर एनबीटी.कॉम ने प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है। सरकार के आईएएस के साथ 5 आईपीएस अफसरों को भी कोरोना से जंग में लगाया गया है। आईपीएस हिमांशु, अवधेश दीक्षित और शुभम आर्य को पटना एम्स, पीएमसीएच और एनएमसीएच में तैनात किया गया है। जबकि आईपीएस रौशन कुमार को गया मेडिकल कॉलेज और भरत सोनी को भागलपुर मेडिकल कॉलेज में तैनाती दी गई है। ये सभी 2019 बैच के आईपीएस अफसर हैं।
रविवार को बिहार पहुंचेगी उच्च स्तरीय टीम: अश्विनी चौबे
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि केंद्र एवं राज्य सरकार मिलकर कोविड-19 के रोकथाम के लिए सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की पैनी नजर बिहार के स्थिति पर है। यहां के आला अधिकारी लगातार संपर्क में रहते हैं। मौजूदा स्थिति को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक टीम बिहार पहुंच चुकी है। दूसरी उच्च स्तरीय टीम का गठन कर दिया गया है, जो रविवार को पहुंचेगी। यह टीम रविवार की सुबह संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में पहुंचेगी। इस टीम में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉक्टर एस के सिंह, एम्स मेडिसिन के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर नीरज निश्चल शामिल हैं।
कोरोना मरीज के साथ ना सिर्फ खिलवाड़ किया जा रहा: तेजस्वी
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि, नीतीश सरकार में कोरोना मरीज के साथ ना सिर्फ खिलवाड़ किया जा रहा है, बल्कि संक्रमित मरीजों के आंकड़े में भी हेरा फेरी की जा रही है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार सरकार का यही रवैया रहा तो, देश ही नहीं बल्कि कोरोना के मामले में बिहार ग्लोबल कैपिटल घोषित हो जाएगा। उन्होंने बिहार सरकार से प्रतिदिन 30 हजार से 35 हजार कोरोना टेस्ट कराने की मांग करने के साथ कहा कि अगस्त तक 1 लाख लोगों की टेस्टिंग हो ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए।
चिराग पासवान ने इशारों में नीतीश को बताया फेल
कोरोना के प्रभाव को देखते हुए जमुई सांसद और एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने भी चिंता जाहिर की है। एनडीए में शामिल एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने भी इशारों इशारों में कोरोना मामले पर नीतीश सरकार को घेरने की कोशिश की है। पहले से ही नीतीश पर हमलावर चिराग पासवान ने बिहार में कोरोना संक्रमण की समीक्षा और हालात को काबू में करने के लिए केंद्रीय टीम भेजने का स्वागत किया है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए यह जता दिया कि, कोरोना से निपटने में नीतीश सरकार फेल है।