कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन ने देशों की सरहदें बंद करा दीं और इसकी वजह से न जाने कितने प्यार करने वाले एक-दूसरे से बिछड़ गए। अब नीदरलैंड्स में इन जोड़ों को मिलने का मौका दिया जा रहा है। इसके लिए उन्हें डच बॉर्डर गार्ड्स को एक ‘लव कॉन्ट्रैक्ट’ दिखाना होगा। यूरोपियन यूनियन के बाहर से आने वाले शख्स को देश में आने की इजाजत तब मिल सकेगी जब वह इस कॉन्ट्रैक्ट से यह साबित कर देगा कि कपल का रिलेशनशिप तीन महीने से ऊपर का है।
कड़े रहेंगे नियम
दरअसल, यूरोपियन यूनियन के बाहर से गैर-जरूरी ट्रैवल को अभी इजाजत नहीं है। इसलिए महीनों से कई जोड़े बिछड़े हुए हैं। ऐसे में नीदरलैंड्स के स्थायी निवासी को बाहर रह गए पार्टनर से मिलने की इजाजत होगी। 3-3 महीनों में 90 दिन रुकने दिया जाएगा और अगर वे हाई-रिस्क देशों से आते हैं तो उन्हें क्वॉरंटीन भी किया जा सकता है। अगर कोई शख्स इसे लेकर झूठ बोलता है तो उस पर धोखाधड़ी का केस भी चल सकता है। बॉर्डर गार्ड्स को ही रिटर्न टिकट भी दिखाना होगा वरना उसे डीटेन कर लिया जाएगा।
‘स्वीटहार्ट वीजा’
दरअसल, ऑस्ट्रिया और डेनमार्क में पहले ही ‘स्वीटहार्ट वीजा’ दिया जा चुका है। इसके बाद से नीदरलैंड्स में भी इसकी मांग उठ रही थी। हालांकि, सरकार का कहना है कि अगर देश में कोरोना वायरस इन्फेक्शन के मामले बढ़े और हालात बदतर हुए तो फैसले को वापस भी लिया जा सकता है। यूरोपियन यूनियन के देशों में गैर-जरूरी ट्रैवल की इजाजत 15 जून के बाद से दी गई है।