कोरोना महामारी की वजह से का रद्द कर दिया गया है। इसे लेकर भोपाल में आज सर्वदलीय बैठक हुई थी। बैठक में सीएम और पूर्व सीएम कमलनाथ भी मौजूद थे। बैठक के बाद सभी नेताओं की सहमति से इसे रद्द किया गया है। इसी सत्र में 2020-21 के लिए बजट भी पेश होना था।
दरअसल, 20 जुलाई से विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला था। लेकिन कोरोना के मामले प्रदेश में लगातार बढ़ रहे थे। कई विधायक भी कोरोना से संक्रमित हैं। कई लोग कोरोना संक्रमण की वजह से इस रद्द करने की मांग कर रहे थे। प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में इसे लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। सर्वदलीय बैठक में ही आहूत विधानसभा के सत्र को रद्द करने का फैसला किया गया है।
सत्र चलाना उपयुक्त नहीं
वहीं, बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में सत्र चलाना उपयुक्त नहीं होगा। इसलिए सभी लोगों ने प्रोटेम स्पीकर से चर्चा के बाद इसे स्थगित करने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि इसी सत्र में सरकार वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए बजट भी पेश करने वाली थी। ऐसे में सरकार अपने खर्चों के लिए अध्यादेश ला सकती है। क्योंकि इससे पहले भी सरकार ने अध्यादेश लाकर ही खर्चों का इंतजाम किया था। मार्च आखिरी में शिवराज सिंह चौहान ने सीएम पद की शपथ ली थी।
गौरतलब है कि एमपी में लगातार विधायक कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इसके साथ ही विधानसभा के कई कर्मचारी भी संक्रमण की चपेट में हैं। ऐसे में सत्र के दौरान विधानसभा में फिर से गैदरिंग होती। इसी को ध्यान में रखते हुए सत्र को कैंसिल किया गया है।