भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर अजय रात्रा (Ajay Ratra) ने खुलासा किया है कि कैसे () ने () के लिए अपनी ओपनिंग पोजीशन छोड़ दी। रात्रा ने कहा कि सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) और सचिन तेंडुलकर दोनों को सहवाग को ओपनिंग करवाने का श्रेय दिया जाना चाहिए।
एक अंग्रेजी अखबार के साथ बातचीत में रात्रा ने कहा, ‘सचिन सलामी बल्लेबाज के तौर पर बहुत अच्छा कर रहे थे लेकिन सहवाग को ओपनिंग करवानी था। तो सचिन ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद गांगुली के साथ सहवाग ने पारी की शुरुआत की ताकि दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाज का कॉम्बिनेशन बना रहे।
अगर सचिन राजी नहीं होते तो वीरेंदर सहवाग को शायद निचले क्रम में ही बल्लेबाजी करनी पड़ती। सहवाग को वनडे में पारी की शुरुआत करने का मौका शायद नहीं मिलता और तब परिस्थितियां काफी अलग होतीं।’ साल 2001 में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज में सचिन तेंडुलकर चोट के कारण बैंच पर थे।
तब गांगुली ने पारी की शुरुआत के लिए युवराज सिंह और अमय खुरसिया को टॉप ऑर्डर पर भेजा, लेकिन यह फैसला उलट साबित हुआ। वीरेंदर सहवाग दूसरी ओर मिडल-ऑर्डर में सेटल नहीं हो पा रहे थे। यही वजह थी कि वीरेंदर सहवाग को ओपनिंग के लिए प्रमोट किया गया।