कोरोना वायरस का संक्रमण बिहार में दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। वहीं कई जिलों में बाढ़ ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। तो वहीं राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था का पस्त हो रही है। कोरोना काल में इलाज के लिए मरीजों को जूझना पड़ रहा है। इधर, राज्य के नालंदा जिले में एंबुलेंसकर्मी हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे जिले में एंबुलेंस सेवा बंद है। इस वजह से यहां से एक बेहद ही दर्दनाक तस्वीर सामने आई है। यहां एंबुलेंस नहीं मिलने पर एक शख्स, एक महिला का शव ठेले पर रखकर ले जाते हुए दिखाई दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों ने शव को ले जाने के लिए अस्पताल में सरकारी एंबुलेंस की मांग की लेकिन परिजनों के हाथ निराशा ही लगी। इन लोगों को शव ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई क्योंकि जिले में एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल है। इस वजह से एक महिला का शव पोस्टमार्टम के बाद रिश्तेदार ठेले से लेकर गए।
घर के पास शराब बेचने से मना करने पर हुई महिला की हत्या
महिला के रिश्तेदार ने कहा, “महिला ने कुछ लोगों को घर के पास शराब बेचने से मना किया था। जिसके चलते उसकी हत्या कर दी। पोस्टमार्टम के बाद शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। इसलिए शव ठेले से ले जा रहे हैं।”
एंबुलेंसकर्मी के साथ पुलिसकर्मी ने की थी मारपीट
बता दें, कुछ दिन पहले पुलिसकर्मियों द्वारा एंबुलेंसकर्मी के साथ मारपीट की गई थी। इसके विरोध में एंबुलेंसकर्मी हड़ताल पर चले गए। नालंदा जिले के सभी 102 एंबुलेंसकर्मी इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हैं। उनकी मांग है कि जबतक न्याय नहीं मिलेगा हड़ताल जारी रहेगी।