खेलने के लिए (Sourav Ganguly) का मन एक बार फिर आकर्षित हो रहा है। उनकी नई स्टेटमेंट सुनकर तो ऐसा ही लगता है। इस पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा है कि अगर उन्हें तीन महीने की ट्रेनिंग और कुछ रणजी मैच खेलने को मिल जाएं तो वह फिर से टेस्ट क्रिकेट में रन बना सकते हैं।
गांगुली ने यह बात एक बंग्ला अखबार ‘संवाद प्रतिदिन’ से कही। गांगुली इस अखबार को अपने क्रिकेट करियर के अंतिम दिनों पर इंटरव्यू दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘अगर मुझे दो और वनडे सीरीज खेलने को मिली होतीं, मैं और रन बनाए होते। अगर मैं नागपुर टेस्ट में रिटायर नहीं हुआ होता तो मैं अगली दो टेस्ट सीरीज में भी रन बनाता। सच कहूं तो आप मुझे अभीट्रेनिंग के लिए छह महीने दे दीजिए मुझे रणजी मैच खेलने दीजिए, मैं भारत के लिए अभी भी टेस्ट क्रिकेट में रन बना दूंगा। मुझे 6 महीने भी नहीं चाहिए, तीन ही दे दीजिए। मैं रन बनाऊंगा।’
इस पूर्व लेफ्टहैंडर बल्लेबाज ने कहा, ‘आप मुझे खेलने का मौका तो नहीं दे पाएंगे लेकिन मेरे अंदर मौजूद विश्वास को कैसे तोड़ेंगे आप?’ इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि उन्हें वनडे क्रिकेट से अनौपचारिक ढंग से बाहर किया गया। मैं 2007-08 में टॉप परफॉर्मेंस देने वाले बल्लेबाजों में था फिर भी मुझे बाहर किया गया।
गांगुली ने कहा, ‘यह बड़ा ही अविश्वसनीय था। मैं वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में था। अगर आपसे मंच ही छीन लिया जाए तो इसका कोई मतलब नहीं है कि आपकी परफॉर्मेंस कितनी अच्छी है। और तब आप बिना मंच के क्या साबित करेंगे? और किसे साबित करेंगे? यही मेरे साथ हुआ।’
बता दें सौरभ गांगुली ने साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने अपने करियर का अंतिम टेस्ट मैच नागपुर में खेला था। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच पाकिस्तान के खिलाफ साल 2007 में ग्वालियर में खेला था।