इंग्लैंड की पहली पारी 9 विकेट पर 469 रनों के जवाब में वेस्टइंडीज ने दूसरे दिन स्टंप्स तक 14 ओवरों में एक विकेट पर 32 रन बना लिए हैं। वह इंग्लैंड से 437 रन पीछे है। क्रेग ब्रैथवेट (6) के रूप में उसे इकलौता झटका लगा है, जबकि जॉन कैंपबेल (12*) और अल्जारी जोसफ (14*) नाबाद लौटे। इससे पहले बेन स्टोक्स (176) और डोम सिबली (120) की शतकीय पारी के दम पर इंग्लैंड ने पहली पारी 9 विकेट पर 469 रन पर घोषित की।
इससे पहले दोहरे शतक की ओर तेजी से बढते दिख रहे स्टोक्स चाय ब्रेक के बाद अपने स्कोर में चार रन और जोड़कर विकेट गंवा बैठे। उन्होंने 356 गेंदों का सामना करके अपनी मैराथन पारी में 176 रन बनाए जिसमें 17 चौके और दो छक्के शामिल थे। केमार रोच ने उन्हें विकेट के पीछे शेन डोरिच के हाथों लपकवाया। उन्हें 157 रन के स्कोर पर शेनोन गैब्रियल की गेंद पर शाई होप ने गली में जीवनदान दिया।
देखें-पिछले साल विश्व कप और एशेज सीरीज में इंग्लैंड की जीत के नायक रहे स्टोक्स ने सिबली के साथ 260 रन की साझेदारी भी की। उनका विकेट गिरने के समय इंग्लैंड का स्कोर 395 रन था और चार विकेट 33 रन के भीतर गिर गए। जोस बटलर 40 के स्कोर पर होल्डर का शिकार हुए जिनका कैच जोसेफ ने लपका। डोम बेस 31 और स्टुअर्ट ब्रॉड 11 रन बनाकर नाबाद रहे। डोम सिबली 120 रन बनाकर आउट हुए जिसके बाद इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने दूसरे सत्र में काफी तेजी से रन बनाए।
सिबली ने शतक पूरा करने की होड़ में स्टोक्स को मात दी। उन्होंने 312 गेंद में शतक पूरा किया जो 1990 के बाद इंग्लैंड का पांचवां सबसे धीमा शतक है। दूसरे सत्र में इंग्लैंड ने दो विकेट गंवाए। लंबे समय तक क्रीज पर डटे रहे सिबली ने स्पिनर रोस्टन चेस की गेंद पर केमार रोच को मिडविकेट में कैच दिया। उन्होंने 372 गेंदों का सामना करके 120 रन बनाए जो उनका दूसरा सर्वोच्च स्कोर है।
दूसरी ओर, वेस्टइंडीज के लिए रोस्टन चेज ने 172 रन खर्च करते हुए 5 विकेट अपनी झोली में डाले, जबकि रोच को 2 विकेट मिले। पहले मैच में शानदार प्रदर्शन कर मैन ऑफ द मैच रहे गैब्रियल (26 ओवर 79 रन) एक भी विकेट नहीं ले सके। उन्होंने फील्डिंग के दौरान भी कई मौके गंवाए।