(Indian Army) का कहना है कि उसे कुछ ऐसे इनपुट्स मिले हैं, जिनसे यह पता चलता है कि 21 जुलाई से शुरू होने वाली () पर आतंकी हमले () की योजना बनाई जा रही रही है। यह खुलासा आज दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में सेना के सेक्टर कमांडर 9आरआर ब्रिगेडियर वीएस ठाकुर ने डीआइजी दक्षिण कश्मीर रेंज अतुल कुमार गोयल की मौजूदगी में संवाददाता सम्मेलन के दौरान किया।
नेशनल हाई वे-44 के पास आतंकी हमले की योजना
कुलगाम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, सेक्टर कमांडर 9RR ब्रिगेडियर वी एस ठाकुर ने बताया कि सेना को मिले इनपुट्स के मुताबिक, आतंकवादी राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के आस-पास अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, हम सभी 21 जुलाई से शुरू होने वाली तीर्थयात्रा की सफलता के लिए आतंकियों की हर योजना को विफल करने के लिए तैयार हैं।
100 से ज्यादा एक्टिव आतंकी
दक्षिण कश्मीर में आतंकियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसका कोई पक्का आंकड़ा नहीं है। आतंकियों की संख्या अकसर बदलती रहती है। हमारे पास उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, इस समय दक्षिण कश्मीर में 100 के करीब आतंकी सक्रिय हैं। इनमें करीब 30 विदेशी आतंकी हैं। स्थानीय युवकाें की आतकी संगठनों में भर्ती में कमी का दावा करते हुए कमांडर ने कहाकि यह पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है, लेकिन इसमें बहुत ज्यादा कमी आयी है।
21 जुलाई को शुरु हो सकती है यात्रा
बता दें कि अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा इस साल 21 जुलाई को शुरु हो सकती है। सड़क के रास्ते आने वाले श्रद्धालुओं को कुलगाम, काजीगुंड, बीजबेहाड़ा, अनंतनाग, पहलगाम के रास्ते ही चंदनबाड़ी पहुंचना होता है। इसके अलावा बालटाल के रास्ते पवित्र गुफा जाने वाले श्रद्धालु अगर सड़क के रास्ते आएंगे तो उन्हें दक्षिण कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर काजीगुंड-खन्नाबल-बीजबेहाड़-पांपोर सेक्शन से गुजरना पड़ेगा।
3 आतंकी किए गए ढ़ेर
वी एस ठाकुर ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में शुक्रवार को हुई मुठभेड़, जिसमें वलीद नामक एक पाकिस्तानी सहित तीन आतंकवादी यात्रा शुरू होने से पहले ही मारे गए, सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को संदेश है कि सेना किसी भी प्रकार की बाधा के बिना अमरनाथ यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।