ब्रॉड को विंडीज के खिलाफ 2012 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आराम दिए जाने के बाद पहली बार घरेलू टेस्ट से बाहर रखा गया था। उन्हें ओल्ड ट्रैफर्ड में दूसरे टेस्ट में एंडरसन की जगह उतारा गया।
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रूट ने कहा, ‘स्टुअर्ट और जिमी अपने करियर को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं जिसके लिए सबसे अहम है कि वे ज्यादा से ज्यादा समय तक खेलते रहें।’ रूट ने संकेत दिए कि उनके कार्यभार को कम करने के लिए भविष्य में दोनों तेज गेंदबाजों को रोटेट किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में जो कुछ हो रहा है, अगर हमें इसके लिए इससे थोड़ा अलग करना होगा तो हमें इसके बारे में सोचना होगा और हम उन्हें हर मैच में नहीं खिलाएंगे या फिर हर बार उन्हें एक साथ मौका नहीं देंगे।’
कप्तान रूट ने कहा, ‘यह कहने का मतलब यह नहीं है कि ऐसा फिर दोबारा नहीं होगा। वे दो विश्व स्तरीय क्रिकेटर हैं और हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारी टीम में ये शामिल हैं। हमें उनके इस्तेमाल में स्मार्ट होना होगा और हम अन्य खिलाड़ियों को भी खिलाने का मौका ढूंढ लेंगे।’
एंडरसन और ब्रॉड इंग्लैंड के लिए शीर्ष विकेट चटकाने वाले गेंदबाज रहे हैं जिन्होंने एक साथ मिलकर 116 टेस्ट खेले हैं और 883 विकेट झटके हैं।