भोपाल, 16 जुलाई (भाषा) गुना में दलित दंपत्ति को कथित तौर पर निर्दयता से पीटे जाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस ने इसकी जांच के लिये बृहस्पतिवार को सात सदस्यों की एक जांच समिति गठित की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना का वीडियो अपने ट्विटर पर साझा करते हुए कहा, ‘‘हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के ख़िलाफ़ है।’’ हालांकि, इसके पहले इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार रात को गुना के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इस घटना के उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं। मालूम हो कि गुना सहित मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थित विधानसभा की रिक्त 25 सीटों के लिये उपचुनाव होने हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने मीडिया को जारी बयान में कहा, ‘‘गुना में दलित दंपत्ति को पीटे जाने की घटना की जांच के लिये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने एक दल का गठन किया है। यह दल कल 17 जुलाई को गुना पहुंचकर पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगा।’’ उन्होंने बताया कि इस दल में प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन, प्रदेश कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष रामनिवास रावत, पूर्व मंत्री जयवर्द्धन सिंह, पूर्व विधायक फूल सिंह बरैया, प्रदेश कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी, विधायक हीरा अलावा तथा प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता विभा पटेल को शामिल किया गया है। गौरतलब है कि गुना शहर के जगनपुर क्षेत्र में एक सरकारी मॉडल कॉलेज के निर्माण के लिये निर्धारित सरकारी जमीन के अतिक्रमण से जबरन निकाले गये एक दलित दंपत्ति ने मंगलवार को इस मुहिम के विरोध में कीटनाशक पी लिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि अतिक्रमणकारी दंपत्ति और उनके परिवार के लोगों द्वारा अतिक्रमण हटाने की मुहिम का विरोध करने पर पुलिस को लाठीचार्ज करने के लिये मजबूर होना पड़ा। कीटनाशक पी लेने के बाद पुलिस द्वारा दंपत्ति को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां फिलहाल उनकी हालत में सुधार है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक कथित वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पुलिस लाठी से एक आदमी को कथित तौर पर पीट रही है और उसकी पत्नी और अन्य लोग उसे बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें महिला भी अपने पति के ऊपर लेट जाती है और महिला पुलिसकर्मी उसे मौके से हटाते हुए नजर आ रही हैं। कांग्रेस ने इस मुहिम की आलोचना करते हुए घटना के लिये जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।