भोपाल, 15 जुलाई (भाषा) मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने दावा किया है कि प्रदेश में शिवराज सरकार ने प्रलोभन और पिछले दरवाजे से सत्ता हासिल की है इसलिये 25 विधानसभा सीटों के आगामी उपचुनाव के बाद इस सरकार की विदाई हो जायेगी। पटवारी ने इसके साथ ही चुनाव आयोग से प्रदेश में उपचुनाव जल्द कराने की मांग की। पटवारी ने बुधवार को यहां मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस मध्य प्रदेश में निर्वाचन आयोग से 25 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव जल्द कराने की मांग करती है। पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा।’’ उन्होंने दावा किया कि प्रलोभन और पिछले दरवाजे से प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई भाजपा को उपचुनाव के नतीजों के बाद सत्ता से बेदखल होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में कांग्रेस की विजय होगी और जनता भाजपा को करारा जबाब देगी। पटवारी ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार का उद्देश्य किसी भी तरह सरकार में बने रहना है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कर विधायकों को प्रलोभन देकर यह सरकार सत्ता में बने रहना चाहती है और इसलिए उपचुनाव जल्द से जल्द कराना आवश्यक है। कांग्रेस नेता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आगामी विधानसभा सत्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे। पटवारी ने कहा कि भाजपा और ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के 15 माह के कार्यकाल में भ्रष्टाचार के तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस के कार्यकाल में विशेषकर महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, और परिवहन विभाग में क्या-क्या भ्रष्टाचार हुए सिंधिया तथ्यों के साथ आरोप लगायें। गौरतलब है कि पटवारी ने इन विभागों का उल्लेख इसलिये किया क्योंकि कांग्रेस सरकार के दौरान इन विभागों के मंत्री सिंधिया समर्थक ही थे। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा सरकार में सिंधिया समर्थकों को मलाईदार विभाग दिये गये हैं। वे मलाईदार विभाग क्यों लिए हैं ? उन्हें पता है कि एक महीने के लिए मंत्री बनाए गए हैं क्योंकि कांग्रेस छोड़ने वाले ये लोग विधानसभा के उपचुनाव निश्चित हारेंगे। इसलिए इस दौरान वह मलाईदार विभागों से पैसा कमाना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस इन सभी विभागों पर नजर रखेगी और कुछ गड़बड़ होती है तो हम इसके खिलाफ लड़ेंगे। इसके लिये कांग्रेस के एक-एक वरिष्ठ विधायक को ऐसे प्रत्येक विभाग पर निगाह रखने के लिये तैनात किया जायेगा।’’