पायलट के बयान बाद BJP में हलचल, अब क्या?

जयपुर
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान (Rajasthan Congress) के पार्टी प्रभारी अविनाश पांडे (Avinash Pande) ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी, समस्त विभागों, प्रकोष्ठ को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया। इसी के साथ पांडे ने एक बयान में जारी करते हुए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नये अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (PCC Chief Govind Singh Dotasara) की नियुक्ति के साथ नई प्रदेश कार्यकारिणी, विभागों और प्रकोष्ठों का फिर से गठन करने का ऐलान किया है। उधर, ने मंगलवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर और उनके समर्थित मंत्री, विधायकों के खिलाफ की गई सख्त कार्रवाई से अवगत कराया है।

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लोकतंत्र में खत्म करने वाले दिल्ली में बैठे लोग – गहलोत
राजस्थान में छाए सियासी संकट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिय़ा से बात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश की आजादी के समय से ही लोकतंत्र को बचाकर रखा था। राजस्थान में एक मजबूत सरकार बनीं थी। लेकिन हमारे कुछ साथी भाजपा के जाल में फंस गए। गहलोत ने केन्द्र सरकार पर कटाक्ष करने के साथ ही हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर भी आरोप लगाया। उन्होंने हॉस ट्रे़डिंग के मुद्दे पर मीडिया को भी घेरा। गहलोत ने कहा कि कुछ मीडिया हाउस सिर्फ एक पक्ष के लिए काम कर रहे हैं, जो गलत है। उन्होंने कहा कि हॉर्स ट्रेडिंग को खत्म करने की जिम्मेदारी मीडिया की भी है। अपने मीडिया संबोधन में यूथ कांग्रेस और युवा नेताओ की तारीफ की। साथ ही कांग्रेस के एक युवा धड़े को लेकर भी कटाक्ष किया।

अविनाश पांडे ने किय़ा ट्वीट – कहा सचिन के लिए खुले हैं दरवाजे
कांग्रेस की ओर से सचिन पायलट को बर्खास्त करने के बाद दोबारा सचिन पायलट के कांग्रेस ने जुड़ने का न्यौता दिया गया है। अविनाश पांडे ने इसे लेकर एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है “पायलट के लिए पार्टी के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं, भगवान उनको सद्बुद्धि दे और उन्हें उनकी गलती समझ आए । मेरी प्रार्थना है भाजपा के मायावी जाल से वो बाहर निकल आए ।”

मंत्री पद से बर्खास्त विश्वेंद्र सिंह ने उपनेता प्रतिपक्ष को कहा शुक्रिया
मंगलवार को पर्यटन मंत्री पद से बर्खास्त किये जाने के बाद भी अपने तीखे तेवरों से चर्चा में भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह ने उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का शुक्रिया अदा किया है। दरअसल, सुबह 9:20 बजे राठौड़ ने ट्विटर पर ‘
आठ फिरंगी नौ गोरा, लड़े जाट के दो छोरा’ लिखते हुए कहा कि

सम्मान के संघर्ष की ओर एक बार फिर भरतपुर, बधाई महाराज विश्वेंद्र सिंह
जी’। इस ट्वीट का जवाब देते हुए विश्वेंद्र सिंह ने शुक्रिया कहा और दो बागी विधायकों के नाम भी लिखे। उन्होंने लिखा,
‘शुक्रिया राठौङ साहब! लड़े जाट के 2 छोरा = विधायक रामनिवास गवारिया और मुकेश भाकर’।

AICC बिहार प्रभारी
शक्ति सिंह गोहिल को डोटासरा का शुक्रिया
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के बाद शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को धन्यवाद दिया। उन्होंने गोहिल के उस ट्वीट का जवाब देते हुए धन्यवाद किया है जिसमें उन्हें ज़मीन से जुड़े जननेता के रूप में नए प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर शुभकामनाएं दी थी।

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा, गहलोत खो चुके है जनता का भरोसा
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जनता का भरोसा खो चुके हैं। उनके अपने विधायकों को उन पर भरोसा नहीं है।

सचिन पायलट से इंडिया टुडे ग्रुप को दिए इंटरव्यू में कहा है कि वह गहलोत से नाराज नहीं हैं। उन्होंने गहलोत से कोई खास ताकत नहीं मांगी थी लेकिन उनकी आवाज को दबाया गया। अफसरों को उनका आदेश न मानने के लिए कहा गया। वहीं, न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक सचिन पायलट बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं।

राजस्थान की सियासी हलचल ( ) के बीच बीजेपी सचिन पायलट का अपनी पार्टी में स्वागत करने के लिए तो तैयार है, लेकिन अभी संभलकर दांव खेलना चाहती है। बीजेपी का यह असमंजस गहलोत और सचिन गुट के संख्या बल को लेकर है। सचिन की भविष्य की मंशा क्या है? इस पर भी स्थिति साफ नहीं है। यही कारण है कि बीजेपी अपनी तरफ से बहुमत परीक्षण की मांग नहीं करना चाहती। बीजेपी के एक नेता ने कहा कि गेंद अभी हमारे पाले में नहीं है, इसलिए हम सिर्फ देख सकते हैं। हालांकि राजस्थान से आने वाले बीजेपी उपाध्यक्ष ओम माथुर सहित कई अन्य नेताओं ने कहा कि अगर सचिन बीजेपी में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।

राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस में जारी घमासान का ठहराया सचिन पायलट पर कार्रवाई के साथ होता दिख रहा है। पार्टी ने मंगलवार को बड़ा फैसला लेते हुए सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष पद से हटा दिया। पायलट के वफादार दो अन्य मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्री पद से हटा दिया गया है। राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह दोतासारा को कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कांग्रेस नेताओं ने सोमवार और मंगलवार को दो बैठकें बुलाई और पायलट से उसमें शामिल होने की अपील की। लेकिन वह दोनों बैठकों में नहीं पहुंचे। इसके बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई।

मंगलवार की शाम पांच बजे उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी थी लेकिन ऐन वक्त पर उसे भी टाल दिया गया। आखिर ऐसा क्या हुआ कि पायलट इतने बड़े घटनाक्रम के बाद भी खुद सामने नहीं आए? इसके पीछे राजनीतिक विशेषज्ञ मोटे तौर पर तीन कारण बता रहे हैं…

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