गहलोत का शिकवा- सचिन ने नहीं मानी बात

जयपुर/नई दिल्ली
राजस्थान के राजनीतिक ड्रामे पर अब ने खुलकर पर हमला किया है। अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट कभी उनकी बात नहीं मानते और बिनी किसी की परमिशन के विदेश जाते हैं। गहलोत ने यह भी कहा कि सचिन पायलट ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी ) के साथ मिलकर सरकार गिहाई कमान जो भी फैसला लेती है, हम सब उसको स्वीकार करते हैं।

एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में अशोक गहलोत ने कहा, ‘हम लगातार तीन दिन से कह रहे हैं कि जो भी हमारा कार्यकर्ता, विधायक, नेता है, उन सभी का स्वागत है। सुबह सचिन पायलट ने जो कहा कि मैं कांग्रेस छोड़ नहीं रहा हूं, मैं तो साथ में हूं, मेरे खिलाफ साजिश हो रही है। उसी का जवाब रणदीप सुरजेवाला जी ने दिया है।’ बाकी पीसीसी अध्यक्ष रहते हुए सचिन पायलट के कार्यकाल में कैसा परफॉर्मेंस था, क्या कमिटमेंट था इस पर मैं बोलना नहीं चाहता, वो इतिहास में लिखा जाएगा।

‘बीजेपी के समर्थन से नई पार्टी बनाने वाले थे सचिन पायलट’
सचिन पायलट ने आरोप लगाए थे कि अशोक गहलोत पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की मदद कर रहे हैं। इसपर गहलोत ने कहा, ‘इनका प्लान जो था, वो फेल हो गया। बीजेपी में उनके साथ कोई जाने को तैयार नहीं हुआ, तब जाकर इनहोंने अपना प्लान बदला। बीजेपी से बात करके इन्होंने तय किया था कि हम नई पार्टी बनाएंगे। आप हमारा साथ दीजिए और जब हम इस्तीफा देंगे तो बीजेपी हमारे खिलाफ उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी। सब जीतकर आएंगे और बीजेपी हमें समर्थन देगी और हम सरकार बनाएंगे। इन्होंने बीजेपी से वादा ले लिया था, इनको इसी का घमंड था लेकिन लोग गए ही नहीं। उसी की इनको तकलीफ है और ये नई-नई बातें पैदा कर रहे हैं। मैंने पहली बार इनके मुंह से वसुंधरा जी का नाम सुना है। वसुंधरा जी को बीजेपी ने कॉर्नर कर रखा है और ये बीजेपी से मिले हुए हैं तो स्वाभाविक है कि इनका कॉमेंट जो है, वो साजिश है।’

अशोक गहलोत ने आगे कहा, ‘इनको हमने आगाह किया. छह महीने से साजिश चल रही है। हमको 10 दिन तक विधायकों को होटल में रखना पड़ा। तब जाकर हम राज्यसभा का चुनाव जीत पाए। वरना जो गेम अब हुआ है, वो पहले ही हो जाता। ये आरोप गलत है कि मैं उनके काम रोकता हूं। कोई सीएम अपने मंत्री के बारे में ऐसी बात नहीं कर सकता। मैंने किसी अधिकारी को जिंदगी में कोई आदेश मंत्री के बारे में नहीं दिया। डेढ़ साल में सिर्फ सात दिन सचिवालय गए हैं, दिल्ली में रहे कि अमेरिका में कि लंडन में किसी को नहीं मालूम है। बिना सीएम और बिना प्रधानमंत्री की परमिशन के ये विदेश यात्रा करते गए। आज इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। मैं सचिन पायलट से क्या बदला लूंगा, मेरी उनसे क्या दुश्मनी है।’

‘हम पूर्ण बहुमत में हैं, विधायक हमारे साथ हैं’
गहलोत खेमे में कितने विधायक हैं? इस सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा, ‘विधायक दिल्ली से छूटकर आना चाहते हैं लेकिन उनको बंधक बना रखा है। हम लोग पूर्ण बहुमत के साथ हैं। किसी के भी विधायक हों, बीजेपी, कांग्रेस, सीपीएम, बीएसपी, आरपीएल सबके विधायक हमारे साथ हैं। बीजेपी और कुछ नए लोगों का जो ग्रुप बना है। इन लोगों ने देखा कि पूरी सरकार कोरोना के खिलाफ लगी है, मौका देखकर ये लोग लग गए कि सरकार गिराने में लग गए।’

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