एमपी में 22 विधायकों के बीजेपी में जाने के बाद लगा था। उसके बाद कांग्रेस यह दावा करती रही कि बीजेपी के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं। इस बीच बीजेपी ने दूसरा बड़ा झटका दिया है। उपचुनाव की तैयारियों के बीच बीजेपी ने कांग्रेस के एक और विधायक को तोड़ लिया है। इस बीच यह खबर आ रही है कि कुछ विधायक और बीजेपी के संपर्क में हैं।
नेताओं के दावे के अनुसार वैसे विधायकों की संख्या 5-10 हो सकती है। इन चर्चाओं के बीच कांग्रेस खेमे में खलबली मच गई है। जिन विधायकों के नामों की चर्चा है, उनसे मेल-मिलाप का दौर शुरू हो गया है। बीजेपी उपचुनाव की तैयारियों में जुटी है, तो कांग्रेस के अब अपने विधायकों को बचाने में जुटी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के एमपी दौरे से 1 दिन पहले कांग्रेस के विधाक रहे प्रद्युमन सिंह लोधी बीजेपी में शामिल हो गए।
कमलनाथ मिले
वहीं, जिन विधायकों के नामों की चर्चा है, उनकी खोज खबर कांग्रेस ने शुरू कर दी है। प्रद्युमन सिंह लोधी के भाई राहुल सिंह के बारे में भी चर्चा है कि वह बीजेपी में जा सकते हैं। लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया है। इस बीच सोमवार को पूर्व सीएम कमलनाथ ने उनसे मुलाकात की है। इसके साथ ही बंडा से विधायक तरबर सिंह से भी कमलनाथ मिले हैं। खबर है कि बुंदेलखंड इलाके के और विधायक को भोपाल तलब किया गया था, लेकिन वह नहीं पहुंचे।
5 के बारे में है चर्चा
ग्वालियर चंबल के बाद बुंदेलखंड इलाके में बीजेपी को कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में है। अभी तक बुंदेलखंड से बीजेपी 2 विधायकों को तोड़ चुकी है। खबर है कि बुंदेलखंड इलाके के ही 4 और विधायकों पर बीजेपी डोरे डाल रही है। ऐसे कांग्रेस खेमे में हड़कंप है। इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक्टिव होने से कांग्रेस की टेंशन और बढ़ गई है। इसके अलावे एक महाकौशल क्षेत्र के विधायक पर बीजेपी की नजर है।
ग्वालियर-चंबल में साफ
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद ग्वालियर-चंबल में लगभग कांग्रेस साफ हो गई है। अब उस इलाके में पार्टी के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं है। ऐसे में उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता ग्वालियर में ही कैंप करने वाले थे। एक विधायक को तोड़कर बीजेपी ने फिलहाल कांग्रेस को दूसरी चीजों में उलझा दिया है।
कांग्रेस से मोह भंग
वहीं, एमपी दौरे पर आए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कांग्रेस पर जम कर हमला बोला था। सिंधिया ने कहा था कि कांग्रेस ने 15 महीनों के शासनकाल में कुछ नहीं किया था। कांग्रेस विधायक के बीजेपी में शामिल होने पर उन्होंने कहा था कि सभी लोगों का कांग्रेस से अब मोह भंग हो गया है। सिंधिया की इन बातों से सहज समझा जा सकता है कि उनका इशारा क्या था।
सब हैं शांत
बीजेपी उपचुनाव की तैयारियों में जोर शोर से जुटी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव की कमान को संभाल लिया है। दोनों एक साथ सोमवार को मैदान में उतरे थे। वहीं, कांग्रेस अभी भी रणनीति बनाने में ही जुटी है। खेमे के अंदर हड़कंप से कांग्रेस के नेता शांत हैं। कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। वहीं, विधायकों की तोड़ने की बात पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि वह पहले भी इस तरह की बात करते रहे हैं।