राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट के मान मनौव्वल का दौर थमता हुआ दिख रहा है। लगातार दो दिन बुलावे के बाद भी सचिन पायलट कांग्रेस की बैठक में शामिल नहीं हुए हैं। इसके बाद विधायक दल की बैठक में तय हुआ है कि सचिन पायलट के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। इस पूरे मसले में सचिन पायलट के समर्थकों का कहना है कि मान-मनौव्वल के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए। वहीं सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ओर से सचिन पायलट से कई बार बात की गई है।
सूत्रों का दावा है कि सोमवार शाम से राहुल गांधी ने सचिन पायलट से एक बार बात की है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने सचिन पायलट से 4 बार बात की है। अहमद पटेल ने 15 बार बात की है। पी चिदंबरम ने 6 बार और केसी वेणुगोपाल से 3 बार सचिन पायलट को कॉल किया है। इन सबके बाद भी सचिन पायलट नहीं माने और बैठक में नहीं आए हैं।
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रणदीप सुरजेवाला ने भी स्पष्ट किया है कि केसी वेणुगोपाल ने कई बार सचिन पायलट से बात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व सचिन पायलट को छोटी उम्र में जितनी ताकत दी उतना शायद ही किसी को मिला होगा। इतना कुछ होने के बाद भी मुझे खेद है कि सचिन पायलट और उनके कुछ सममर्थ बीजेपी के बहकावे में आकर जनता की चुनी कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कर रही है। पार्टी ने तय किया है कि सचिन पायलट, दीपेंद्र सिंह, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री पद से हटा दिया गया है। गोविन्द सिंह डोटासरा को कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया है।
मंगलवार को रिजॉर्ट फेयरमोंट में विधायकों की बुलाई गई बैठक में भी सचिन पायलट और उनके समर्थक नहीं पहुंचे। इस बैठक के लिए सोमवार शाम को पायलट को पत्र भेजा गया था। इसके बाद बैठक से ठीक पहले राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने ट्वीट कर सचिन पायलट से बैठक में आने का आग्रह किया था।
इन सब प्रयासों के बाद भी सचिन पायलट जब बैठक में नहीं आए तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें तय हुआ है कि सचिन पायलट और उनके समर्थकों पर कार्रवाई होगी।
सचिन पायलट खेमे का क्या है जवाब
इस पूरे मसले पर सचिन पायलट खेमे से बयान सामने आया है। दीपेंद्र सिंह, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा ने बयान जारी किया है। तीनों ने सचिन पायलट को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। सचिन पायलट और हमें एसओजी के जरिए नोटिस भिजवाकर प्रताड़ित किया जा रहा है।
सचिन पायलट के समर्थक विधायक भंवरलाल शर्मा ने बताया कि मैं पहली बार का विधायक नहीं हूं, 7 बार का विधायक हूं। इस प्रस्ताव में कोई दम नहीं है। विप का कोई उल्लंघन नहीं है। हम तो विकास के मुद्दे पर नाराज हैं। उन्होंने कहा कि 22 हमारे साथ हैं और 30 से ज्यादा विधायक हमारे खेमे में हैं। हम बीजेपी में नहीं जाएंगे। सोनिया गांधी, राहुल को पहले हमारी याद नहीं आई, आज याद आई है।