पर काफी भरोसा करते हैं। तभी तो वर्ल्ड कप 2011 की टीम में सभी को हैरान करते हुए वह शामिल हुए थे। इसके अलावा 2007 की वर्ल्ड टी20 की टीम में चावला टीम का हिस्सा थे। इंडियन प्रीमियर लीग की बात करें तो चावला ने 157 आईपीएल मैचों में 150 विकेट लिए हैं और वह इस टूर्नमेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में हरभजन सिंह के साथ संयुक्त रूप से तीसरे पायदान पर हैं।
चावला ने साल 2012 और 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिताबी सफर का अहम हिस्सा रहे थे। लेकिन 2019 के सीजन में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और इसके बाद केकेआर ने उन्हें रिलीज कर दिया।
अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 2012 में खेलने वाले चावला को उम्मीद नहीं थी कि 2020 की आईपीएल नीलामी में उन्हें लेकर टीमों में इतना उत्साह होगा।
चावला की उम्मीद के उलट वह इस नीलामी में सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी बने। उन्हें लेकर कई टीमों में होड़ मची और आखिर में बाजी के हाथ लगी। चेन्नै ने 6.75 करोड़ रुपये में उन्हें अपनी टीम में शामिल किया।
ऐसा पहली बार नहीं है जब धोनी और चेन्नै की टीम ने चावला को अपने साथ जोड़ने का प्रयास किया है। साल 2018 के ऑक्शन में 4.2 करोड़ रुपये की बोली लगाकर चेन्नै ने इस लेग स्पिनर को अपनी टीम में शामिल करना चाहा था लेकिन तब केकेआर ने राइट टू मैच (आरटीएम) का इस्तेमाल किया था।
चेन्नै के पास कई स्पिनर हैं। मिशेल सैंटनर, इमरान ताहिर, रविंद्र जडेजा पहले से ही चेन्नै की टीम का हिस्सा हैं, ऐसे में क्या चेन्नै को वाकई एक और स्पिनर की जरूरत है? इस पर चावला ने खुलासा किया कि महेंद्र सिंह धोनी उन्हें टीम में चाहते थे।
स्पोर्टसकीड़ा के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया, ‘मार्च में आईपीएल की संभावित शुरुआत से पहले चेन्नै में हमारा कैंप था। तो मैंने धोनी से क्रिकेट के बारे में बात की। तभी मैंने उनसे मुझे चेन्नै में शामिल करने के बारे में भी पूछा। तो उन्होंने कहा, ‘बेशक तुम्हें चेन्नै में शामिल करने का फैसला मेरा था।”
हालांकि चावला को चेन्नै के लिए डेब्यू करने के लिए कुछ इंतजार करना होगा। आईपीएल 2020 कोरोना वायरस महामारी के चलते टाल दिया गया है।