मंत्रियों के विभागों के बंटवारे के बाद मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान () कैबिनेट की पहली मीटिंग () सोमवार दोपहर को हुई। मंत्रियों को उनके विभागों के लिए बधाई देने के साथ सीएम चौहान ने उन्हें जुलाई के अंत तक अपने मंत्रालय के लिए का रोडमैप तैयार करने का टास्क दिया है। मंत्रियों को लगातार क्षेत्रीय दौरे और विभागीय समीक्षा के निर्देश भी सीएम ने दिए।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक (mp cabinet meeting) में कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए। सीएम ने मंत्रियों को आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लिए अपने-अपने विभागों के रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए। मंत्रियों को इस महीने के अंत तक यह रोडमैप तैयार करना होगा। चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए आथ्मनिर्भर एमपी का लक्ष्य हासिल करना होगा।
सीएम ने कहा कि मंत्री सप्ताह में एक दिन विभाग की समीक्षा करें और कम से कम चार दिन क्षेत्र का दौरा करें। जिलों का प्रभार मिलने पर वहां भी दो दिन का समय दें और विकास कार्यो पर नजर रखें। शिवराज ने सभी मंत्रियों से अपने क्षेत्र के दौरे करते रहने और लगातार लोगों से संपर्क में बने रहने की ताकीद भी की।
कैबिनेट की यह बैठक कई बार टलने के बाद सोमवार को हुई है। 2 जुलाई को नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद सीएम चौहान और बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व विभागों के बंटवारे में उलझा हुआ था। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक मंत्रियों के लिए महत्वपूर्ण विभागों पर अड़े हुए थे और इसको लेकर सहमति नहीं बन पा रही थी।